घर के प्रोटोकॉल में ही नहीं, शासकीय सेवा में भी सास बहू पर भारी
आइपीएस अधिकारी आस्था मोदी जहां अंबाला की एसपी हैं वहीं, सास रंजु प्रसाद हरियाणा की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल हैं।
अंबाला, दीपक बहल। सास भी कभी बहू थी। ठीक है। लेकिन घर के प्रोटोकॉल में तो सास भारी ही रहेगी। यहां अंबाला में तो शासकीय सेवा के प्रोटोकाल में भी ऐसा उदाहरण देखा जा सकता है। 2013 बैच की आइपीएस अधिकारी आस्था मोदी जहां अंबाला की एसपी हैं वहीं, सास रंजु प्रसाद हरियाणा की चीफ पोस्ट मास्टर जनरल (सीपीएमजी) हैं। वैसे उनका परिवार ही ऐसा है, जहां कई वरिष्ठ अधकारी हैं। आस्था मोदी के पिता योगेश चंदर मोदी एनआइए के प्रमुख हैं, तो दूसरी तरफ ससुर एसएस प्रसाद प्रदेश के गृह सचिव हैं।
रंजु प्रसाद ऑफिसर्स ऑफ इंडियन पोस्टल सर्विस में 1988 बैच की अधिकारी हैं। वह प्रतिनियुिक्त पर हरियाणा में सेवा दे रही हैं। इसके पहले भी वह प्रतिनियुिक्त पर हरियाणा में सेवा दे चुकी हैं। 2000 में डिप्टी सेक्रेटरी फाइनेंस एंड प्लानिंग व 2014 में वित्त सचिव हरियाणा रही हैं। मौजूदा समय उनका राज्य स्तरीय कार्यालय अंबाला छावनी में है।
रंजु प्रसाद की संगीत में भी रुचि
दैनिक जागरण से बातचीत में रंजु प्रसाद ने बताया कि उनकी संगीत में रुचि है। उनके गीत व भजनों के कई वीडियो यू-ट्यूब पर भी हैं। संगीत उन्हें विरासत में मिला है। स्कूल समय से ही पढ़ाई के साथ साथ संगीत की कक्षाएं भी अटेंड करती रही हैं। हरियाणा कैडर के आइएएस अधिकारी एसएस प्रसाद से शादी होने के बाद भी उनका संगीत प्रेम और बढ़ गया। बहू की अंबाला में ही ज्वाइनिंग को लेकर उनका कहना था कि सरकार का महिलाओं के लिए सकारात्मक रवैया है। केंद्र व राज्य सरकार समझती है कि महिलाएं कार्य अच्छे ढंग से कर सकती हैं, इसलिए उन्हें अहम जिम्मेदारी दी जा रही हैं।
2013 बैच की आइपीएस अधिकारी आस्था मोदी ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि एक जैसा एग्जाम क्लीयर करने के बावजूद महिलाओं की कैपेबिलिटी पर डाउट नहीं होना चाहिए। हरियाणा में महिलाओं की एक चौथाई पोस्टिंग रही है। महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार उन्हें अहम पदों पर नियुक्त कर रही है, वह सकारात्मक कदम है।
2015 में आइएएस अफसर पार्थ गुप्ता के साथ शादी हुई थी, जो मौजूदा समय हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के सचिव हैं। आस्था का मायका जींद में है। वह अंबाला से पहले कैथल में बतौर एसपी रह चुकी हैं। इसके अलावा वह पंचकूला में एएसपी, फरीदाबाद में एसीपी व डीसीपी रह चुकी हैं। अंबाला में ही अपनी सास की पोस्टिंग को लेकर उनका कहना है कि सास का दर्जा हमेशा ऊंचा ही रहता है। वह तो मां का ही प्रतिरूप है।