रेत के चार फुट नीचे से 90 घंटे बाद मिला घर के इकलौते चिराग का शव
संवाद सहयोगी, मुलाना : मारकंडा में नहाते समय डूबे जौली गांव के अंकुश (20 वर्षीय) का शव 90
संवाद सहयोगी, मुलाना : मारकंडा में नहाते समय डूबे जौली गांव के अंकुश (20 वर्षीय) का शव 90 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रविवार सुबह पानी के बीच बने कुंड में मिला। करनाल व अंबाला के 15 गोताखोरों की टीम ने करीब 4 फुट नीचे रेत में से शव को बाहर निकाला। सुबह से ही गोताखोरों व पुलिस कर्मियों की अलग-अलग टीम युवक को पानी में तलाश कर रही थी। शव को तुरंत एमएम मुलाना अस्पताल में ले जाया गया। इत्तेफाकिया हादसे की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
गौरतलब है कि बीते बृहस्पतिवार को जौली गांव के रहने वाले तीन दोस्त गौरव, मलकीत उर्फ लाली व अंकुश बराड़ा से वापस आते समय गर्मी से राहत पाने की चाह में झाडूमाजरा गांव के पास मारकंडा नदी में नहाने लग गए थे। नहाते समय अंकुश पानी के बीचोंबीच डूब गया था। कुछ देर बाद ही आंखों से ओझल होने के बाद उसका कोई पता नहीं चला।
दोस्त करते मदद तो शायद बच जाती जान
मलकीत व गौरव बाहर खड़े रहे लेकिन वे अंकुश की मदद नहीं कर सके और बात भी किसी को नहीं बताई। शुक्रवार को गौरव ने गांव के ही रहने वाले साहिल को इस घटना के बारे में बताया तो उसके पैरों नीचे से जमीन खिसक गई। अंकुश को ढूंढने के लिए शुक्रवार सुबह ही गौरव साहिल को साथ लेकर मौके पर गया। जब साहिल मारकंडा में कूदा तो वह खुद भी डूब गया। हालांकि उसका शव कुछ ही देर में मौके पर पहुंचे स्थानीय गोताखोरों ने निकाल लिया था। शनिवार को एमएम अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। वहीं अगर गौरव व मलकीत घटना के वक्त ही आसपास के लोगों को इसकी जानकारी देते और मदद का प्रयास करते तो शायद आज घर का इकलौता चिराग अंकुश ¨जदा होता।
जिस जगह डूबा उसके नजदीक ही मिला शव
शुक्रवार को जब अंकुश के डूबने का पता चला तो गोताखोरों ने उसकी तलाश शुरू कर दी थी। बाकायदा शनिवार को करनाल व अंबाला के 15 गोताखोर मौके पर बुलाए गए। दोस्तों के मुताबिक जिस जगह युवक डूबा था, वहां काफी तलाश के बाद भी नहीं पता चला था, लेकिन रविवार सुबह जब गोताखोरों ने उसी जगह कुंड में रेत निकाला तो युवक का एक अंग दिखाई दिया। इसके बाद कुछ उम्मीद जगी और उसी जगह अन्य गोताखोरों ने भी करीब चार फुट तक हाथों से ही रेत निकाला और तब जाकर अंकुश का शव मिल सका।
करनाल व अंबाला के विशेष गोताखोरों की टीम चार दिन से युवक को तलाश कर रही थी। अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के बाद फिलहाल शव परिजनों को सौंप दिया है।
सुधीर तनेजा, डीएसपी बराड़ा।