27.5 एमएम बरसात ने दिलाया सुकून, अभी और भिगोएंगे बदरा
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद करीब सवा दो बजे शुरू होकर दोप
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद करीब सवा दो बजे शुरू होकर दोपहर शनिवार दोपहर एक बजे तक रूक रूक कर हुई बरसात ने जनजीवन पर खूब भिगोया। सुकून बन कर बरसी बरसात ने आसमान में छाए धूल की चादर को खूब हिलाया। इस दौरान 27.5 एमएम बरसात दर्ज की गई। असर यह रहा कि सुबह जब पानी बरस रहा था तो इस पानी में खूब मिट्टी थी जो वाहनों पर गिरे छींटों में अच्छे से देखी जा सकती थी। हालांकि, अभी भी धूल कण पूरी तरह से आसमान से साफ नहीं हुए हैं। हालांकि, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे से 48 घंटे के बीच बरसात की संभावना व्यक्त की है जिससे आसमान साफ होने की उम्मीद जरूर है। मौसम में ऐसी ठंडक घुली कि पूरा जनजीवन गुलजार नजर आया, जिससे गर्मी से जूझ रहे लोगों विशेषकर त्वचा, अस्थमा के रोगियों व बुजुर्गों को खासी राहत मिली।
लंबे समय से आसमान पर टकटकी लगा कर देख रहे किसानों ने इंद्र देव का खूब स्वागत किया। बरसात ने होने से बनी उमस की स्थिति ने लोगों को बेचैन किया हुआ था। बरसात का असर मौसम पर भी पड़ा। मौसम विभाग ने जिले का अधिकतम तापमान 31.3 व न्यूनतम 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। अधिकतम तापमान में 7 डिग्री तो न्यूनतम में 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई। कई दिनों से अधिकतम व न्यूनतम तापमान के बीच खत्म होते जा रहे फर्क पर भी बरसात का असर दिखा। शुक्रवार को जहां अधिकतम व न्यूनतम तापमान में महज 6 डिग्री का अंतर बचा था वहीं, शनिवार को 9 डिग्री तक अंतर दर्ज हुआ, जिससे लगातार गर्म हो रही रात में ठंडक घुलना तय है। निचले इलाकों में हल्के जलभराव की स्थिति भी देखी गई।
धान की रोपाई पर दिखेगा बरसात का असर
15 जून से धान की रोपाई का सीजन शुरू हो चुका है लेकिन अभी तक बरसात नहीं होने के चलते किसानों की भी रोपाई की हिम्मत नहीं पड़ रही थी। अब बरसात के बाद धान की रोपाई में भी तेजी देखी जा सकती है। किसानों की फसल के लिए पानी की निर्भरता बरसात व ट्यूबवेल पर ही है। कृषि विभाग ने चालू सीजन में करीब 85 हजार हेक्टेयर में धान की रोपाई का लक्ष्य तय किया है। पानी की कम उपलब्धता को देखते हुए करीब 25 फीसद सीधी रोपाई का लक्ष्य है।