Move to Jagran APP

प्लॉट खरीदवाकर दिलवाया 25 लाख का लोन और राशि खुद हड़प गए आरोपित

संवाद सहयोगी, बराड़ा : क्षेत्र के कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने मिलकर एक व्यक्ति के नाम पर लाखा

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 06:57 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 06:57 PM (IST)
प्लॉट खरीदवाकर दिलवाया 25 लाख का लोन और राशि खुद हड़प गए आरोपित

संवाद सहयोगी, बराड़ा : क्षेत्र के कुछ प्रॉपर्टी डीलरों ने मिलकर एक व्यक्ति के नाम पर लाखों रुपये का लोन करवा दिया। अब पीड़ित ने एसपी अंबाला को शिकायत देकर मामले में कार्रवाई की मांग की है।

loksabha election banner

शिकायत में गांव कम्बासी निवासी कुलवंत कौर ने सोहन लाल, नरेंद्र कुमार, प्रदीप, सुधीर जैन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। कुलवंत कौर ने शिकायत में कहा कि सोहन लाल व नरेंद्र कुमार ने उसके पति दलजीत ¨सह को झांसा देकर उसके नाम एक प्लॉट खरीदवा दिया। इन लोगों ने दलजीत को झांसा दिया कि वह इस प्लॉट पर लोन करवा देंगे और उसमें से ही प्लॉट के पैसे काट लेंगे। इसके बाद दलजीत ने दो लाख रुपये का इंतजाम कर उक्त लोगों को दे दिया और बाकी रकम 4 लाख पांच हजार रुपये बाद में देने की बात तय हुई। आरोप हैं कि इन लोगों ने बाद में दलजीत को एक कोठी का मालिक बताते हुए उसके नाम पर 25 लाख रुपये का लोन करवा दिया, जिसकी किश्त करीब 38 हजार रुपये प्रति माह है। जबकि आरोपियों ने दलजीत को कहा कि उसका 12 लाख 64 हजार रुपये का लोन हो गया है। इस लोन से प्लॉट की बाकी रकम निकाल ली और दलजीत को कुछ नहीं दिया। इसके बाद दलजीत को पता लगा कि लोन तो 25 लाख रुपये का करवाया हुआ है। अब रिलायंस कंपनी जिसने लोन किया था, वह दलजीत पर पैसे देने का दबाव बना रही है। उक्त लोगों ने लोन की बाकी रकम भी बैंक की मिलीभगत से दलजीत के खाते से निकाल ली। दलजीत ¨सह का कहना है कि उक्त लोग पहले भी कई भोले-भाले लोगों को ठगने का काम कर चुके हैं। पीड़ित परिवार ने एएसपी अंबाला को लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.