एचएसवीपी की जमीन खाली करवाने पर हंगामा
अंबाला शहर के मानव चौक पर एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण पहले हुडा) की जमीन है। इस जमीन पर सब्जी विक्रेताओं ने रेहड़ियां लगा रखी हैं। इसी जमीन को खाली करवाने के लिए विभाग की ओर से तीन दिन पहले नोटिस दिए गए थे।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : अंबाला शहर के मानव चौक पर एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण पहले हुडा) की जमीन है। इस जमीन पर सब्जी विक्रेताओं ने रेहड़ियां लगा रखी हैं। इसी जमीन को खाली करवाने के लिए विभाग की ओर से तीन दिन पहले नोटिस दिए गए थे। इसी को लेकर मंगलवार को ड्यूटी मजिस्ट्रेट समेत विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी। टीम के पहुंचते ही कांग्रेसी नेता समेत किसान पहुंच गए और रेहड़ी संचालकों के साथ खड़े हो गए। इसके बाद रेहड़ी संचालक, नेता और किसान कार्रवाई के विरोध में धरने पर बैठ गए। ऐसे में टीम लौट गई और दोपहर को पुलिस बल के साथ दोबारा पहुंची। पुलिस के आने के बाद दोनों तरफ से खूब बहसबाजी हुई। मामला बढ़ता देख टीम को पुलिस के साथ बिना कार्रवाई किए बैरंग लौटना पड़ा।
बता दें कि शहर के मानव चौक पर एचएसवीपी की काफी प्रॉपर्टी है। यहां सब्जी बेचने वालों ने पिछले काफी समय से रेहड़ियां लगाई हुई हैं। विकास कार्य के चलते उन्हें करीबन आठ साल पहले हटाकर पास की खाली जगह दे दी थी। अब विभाग इस जगह को भी खाली करवाना चाहता है। जबकि इन दिनों यहां पर लगभग 500 सब्जी की रेहड़ियां लग रही हैं।
------ -पुलिस और सब्जी विक्रेताओं में हुई बहस
विभाग की टीम के पहुंचने से पहले ही कांग्रेस कार्यकर्ता रोहित जैन, तरुण चुग, पवन डिपी समेत अन्य पहुंच गए। इस दौरान रेहड़ी संचालक एकजुट हो गए। टीम के आने पर उन्हें कोई कार्रवाई नहीं करने दी। दोपहर बाद एक बार फिर टीम पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची, जिसमें जेसीबी मशीन भी साथ थी। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ किसान यूनियन के जय सिंह भी मौके पर पहुंच गए। जहां डीएसपी राम कुमार ने आदेशों की जानकारी दी। -------- मनोज कुमार ने बताया कि वह पिछले काफी समय से यहां सब्जी की रेहड़ी लगा रहे हैं। इसी रेहड़ी से उनके परिवार की रोजी-रोटी चल रही है। इसके अलावा उनके पास आय का कोई भी साधन नहीं है।
---- गंगाराम ने बताया कि उन्होंने यहां पर कब्जा नहीं किया है, बल्कि अस्थायी तौर पर रेहड़ी लगाई है। यदि विभाग यहां पर अन्य कोई विकास कार्य करवाना चाहता है तो इसके बदले उन्हें कहीं और जगह दी जाए। ताकि उनका रोजगार प्रभावित न हो।
--- निशू ने बताया कि वह सब्जी बेचकर कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं। नगर निगम की ओर से उन्हें वेंडर का लाइसेंस जारी किया हुआ है। उन्होंने यहां पर अपने सिर्फ अस्थायी खोखे रखे हैं।