स्कूल से ड्राप आउट बच्चों का सर्वे शुरू
हर स्कूल अपने क्षेत्र में ऐसे बच्चों की तलाश कर रहा है। ब्लॉक स्तर पर यह कार्य एक सप्ताह में पूरा करके इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को देनी है।
जागरण संवाददाता, अंबाला : शिक्षा विभाग ने जिले में उन बच्चों की तलाश शुरू कर दी है, जो स्कूल छोड़ चुके हैं या फिर कभी विद्यालय नहीं गए हैं। इन बच्चों की तलाश में सरकारी स्कूलों ने कसरत शुरू कर दी है। हर स्कूल अपने क्षेत्र में ऐसे बच्चों की तलाश कर रहा है। ब्लॉक स्तर पर यह कार्य एक सप्ताह में पूरा करके इसकी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को देनी है। इसी के आधार पर बच्चों को स्कूलों में एडमिशन दिया जाएगा या फिर कदम सेंटर में शिक्षित किया जाएगा। हर बच्चे को शिक्षित किया जाए, इसी मकसद से यह सर्वे किया जा रहा है।
हर ब्लॉक से चालीस विद्यार्थी छोड़ देते हैं स्कूल
अध्यापकों की मानें, तो हर ब्लॉक से ऐसे करीब चालीस विद्यार्थी ऐसे हैं, जो बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। इसका कारण फेल होना या फिर पारिवारिक होता है। इसी को लेकर इन दिनों शिक्षक अपने क्षेत्र में ऐसे विद्यार्थियों की तलाश में हैं। इसके लिए टीचर्स इन बच्चों के अभिभावकों की काउंसिलिग भी कर रहे हैं, ताकि वे अपने बच्चों को दोबारा से स्कूल भेजें। दूसरी ओर ऐसे बच्चे भी हैं, जो कभी स्कूल ही नहीं गए हैं। इन बच्चों के सामने दिक्कत आधार कार्ड न होने की है।
इस तरह से दो ग्रुप में बांटे गए हैं बच्चे
विभाग द्वारा दो आयु वर्गो में इन बच्चों को बांटा गया है। इन में छह व सात साल तथा आठ से चौदह साल के बच्चों को रखा गया है। जो बच्चे स्कूल नहीं गए हैं, उनको कदम सेंटर में बेसिक एजुकेशन दी जाएगी। यहां से उनको सर्टिफिकेट दिया जाएगा, जिसके बाद उनको आयु के हिसाब से कक्षाओं में एडमिशन दिया जाएगा।
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ड्राप आउट बच्चों के लिए सर्वे किया जा रहा है। उनकी भी लिस्ट बनाई जाएगी, जो कभी स्कूल ही नहीं गए। इन बच्चों का विवरण इकठ्ठा करके विभाग को भेजा जाएगा। सप्ताह भर में यह सर्वे पूरा करना है, जिसके लिए टीचर्स को जानकारी दे दी गई है।
- रेणू अग्रवाल, बीईओ अंबाला कैंट