कैंसर टर्सरी सेंटर में विदेश से आने वाली एक और मशीन लगाने की केंद्र से मिली स्वीकृति
नागरिक अस्पताल छावनी परिसर में 50 बेड के कैंसर टर्सरी सेंटर की बिल्डिग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब सेंटर में मशीनों को स्थापित करने के लिए बनाए गए बंकरनुमा स्थान से लेकर पूरी बिल्डिग का निरीक्षण स्वास्थ्य महानिदेशक सूरजभान कंबोज और अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा सहित अन्य अधिकारियों ने किया।
जागरण संवाददाता, अंबाला : नागरिक अस्पताल छावनी परिसर में 50 बेड के कैंसर टर्सरी सेंटर की बिल्डिग का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब सेंटर में मशीनों को स्थापित करने के लिए बनाए गए बंकरनुमा स्थान से लेकर पूरी बिल्डिग का निरीक्षण स्वास्थ्य महानिदेशक सूरजभान कंबोज और अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा सहित अन्य अधिकारियों ने किया।
स्वास्थ्य विभाग की डिप्टी डायरेक्टर डा. रेखा की मॉनिटरिग में बने कैंसर टर्सरी सेंटर में अब मशीनों को स्थापित करने से पहले तैयारी पूरी कर ली गई। हालांकि विदेश से अभी एक मशीन अंबाला नहीं पहुंची थी, जिसे जल्द ही मंगवाने के लिए उच्चस्तरीय अधिकारियों ने केंद्र से पत्राचार किया। केंद्र सरकार ने कैंसर टर्सरी सेंटर शुरू करने से पहले विदेश से आने वाली हाई एनर्जी लीनियर एक्सलीरेटर, लगभग 9 करोड़ रुपये कीमत वाली इस मशीन की जल्द से जल्द आपूर्ति कराने का भरोसा दिलाया है। सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह बताते हैं कि इस सेंटर को मार्च तक शुरू किए जाने की योजना पर काम चल रहा है। रेडिएशन सेफ्टी अधिकारी डा. योगेश को मशीन की आपूर्ति और इंस्टाल संबंधी सभी औपचारिकता जल्द से जल्द पूरी करने के लिए कहा गया है।
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सेंसर बेस लगा मुख्य गेट
कैंसर टर्सरी सेंटर में प्रवेश के लिए बनाया गया मुख्य गेट सेंसर बेस बनाया गया है। इस गेट के दो फिट पहले ही किसी इंसान के पहुंचने पर वह खुद ब खुद ओपन हो जाएगा। गेट को पार करते ही वह स्वयं बंद भी हो जाएगा।
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ये मशीनें लगेंगी
1- हाई एनर्जी लीनियर एक्सलीरेटर, कीमत 9 करोड़ रुपये लगभग।
2- ब्रेकी थरेपी, कीमत 9 करोड़ रुपये लगभग।
3- सीटी स्ट्यूमीलेटर, कीमत 9 करोड़ रुपये लगभग।
------------ स्वास्थ्य मंत्री विज का है ड्रीम प्रोजेक्ट
सिविल सर्जन डा. कुलदीप सिंह ने बताया कि छावनी में बनकर तैयार कैंसर टर्सरी सेंटर का निरीक्षण स्वास्थ्य महानिदेशक से लेकर मुख्य सचिव स्तर के अधिकारी कर चुके हैं। यह प्रोजेक्ट स्वास्थ्य मंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसे मार्च 2021 तक शुरू कराने की योजना पर काम चल रहा है। कुछ मशीनें विदेशों से आ चुकी है, कुछ जल्द ही अंबाला पहुंच जाएगी। सभी मशीनें अंबाला पहुंचने के बाद इसे स्थापित करके ट्रायल कराया जाएगा। इसके बाद कैंसर अस्पताल का उद्घाटन कराकर मरीजों के खोल दिया जाएगा।