कुत्तों की नसबंदी, घाटे का सौंदा बता कंपनी हुई फरार
अंबाला छावनी में गर्मी में कुत्ते भौखलाने लगे है। खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। नागरिक अस्पताल में रोजाना करीब 12 केस रैबिज के आ रहे हैं।
- नागरिक अस्पताल में रोजाना 8-12 केस पहुंच रहे इलाज के लिए
- अंबाला छावनी में पांच हजार कुत्तों की होनी है नसबंदी संजू कुमार, अंबाला:
अंबाला छावनी के नागरिक अस्पताल में रोजाना करीब 8 से 12 मरीज रैबिज के पहुंच रहे है। जिनको एंटी रैबिज की वेक्सीन दी जा रही है। उधर कुत्तों से निपटने के लिए नगर परिषद द्वारा बनाया गया प्लान भी फेल हो गया है। क्योंकि पांच हजार कुत्तों की नसबंदी की जानी थी। इसके लिए जयपुर की कंपनी से टेंडर हैंडओवर भी कर दिया गया था। कंपनी ने करीब एक हजार कुत्तों की नसबंदी की और मुनाफा ना होने पर कंपनी फरार हो गई। ऐसे में चार हजार कुत्तों की नसंबदी का काम अधर में रह गया। अब नगर परिषद के अधिकारी कंपनी के ठेकेदार को फोन कर रहे हैं। लेकिन ठेकेदार ने काम करने से मना कर दिया है। 7 रुपये 20 पैसे में होनी थी एक कुत्ते की नसबंदी
नगर परिषद के सचिव राजेश कुमार का कहना है कि जयपुर की कंपनी से 7 रुपये 20 पैसे में टेंडर हुआ था। उसके बाद ही वर्क हैंडओवर किया गया। लेकिन कंपनी ने केवल एक हजार कुत्तों की नसबंदी की। अब कंपनी नसबंदी करने से मना कर रही है। लेकिन कंपनी को इसी रेट में काम करना होगा। नसबंदी नहीं की तो होगी कार्रवाई
जब टेंडर निकाला गया था तो उसमें नियम और शर्ते दी गई थी। जिस पर कंपनी ने अपनी सहमति जताई। उसके बाद ही कंपनी को वर्क हैंडओवर किया गया। लेकिन अब कंपनी काम पूरा नहीं करेगी तो उसके खिलाफ नगर परिषद द्वारा कार्रवाई की जाएगी।