पंचायती जमीन की बोली के दौरान झगड़ा, 9 लोगों पर केस दर्ज
गांव राऊमाजरा में पंचायती जमीन की बोली के दौरान हुए झगड़े में घायलों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायल भूपेंद्र कुमार ने शिकायत में बताया कि गांव के स्कूल में पंचायती जमीन की बोली को लेकर बीडीपीओ गांव में पुलिस दल के साथ आए हुए थे। उसी समय दूसरे पक्ष लोगों ने अधिकारी के सामने ही हल्ला करना शुरू कर दिया और पंचायती जमीन की बोली नहीं होने दी। जब पीड़ित भूपेंद्र व उसके चाचा का लड़का रमेश उठकर चलने लगे। उसी समय सुखबीर प्रदीप ऋषिपाल कुलदीप ने आवाज देकर कहा कि इन दोनों ने ही पंचायती जमीन का कब्जा हमारे से छुड़वाया है दोनों को पकड़ कर मार डालो। इसके बाद सभी आरोपी अपने साथियों सहित स्कूल में पहले से ही छिपाए गए हथियार ले आए और हमला कर दिया।
- अधिकारियों के सामने ही दोनों पक्ष भिड़ गए
संवाद सहयोगी, बराड़ा
गांव राऊमाजरा में पंचायती जमीन की बोली के दौरान हुए झगड़े में घायलों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घायल भूपेंद्र कुमार ने शिकायत में बताया कि गांव के स्कूल में पंचायती जमीन की बोली को लेकर बीडीपीओ गांव में पुलिस दल के साथ आए हुए थे। उसी समय दूसरे पक्ष के लोगों ने अधिकारी के सामने ही शोर मचाना शुरू कर दिया और पंचायती जमीन की बोली नहीं होने दी। जब पीड़ित भूपेंद्र व उसके चाचा का लड़का रमेश उठकर जाने लगे। उसी समय सुखबीर, प्रदीप, ऋषिपाल, कुलदीप ने आवाज देकर कहा कि इन दोनों ने ही पंचायती जमीन का कब्जा हमारे से छुड़वाया है, दोनों को पकड़ कर मार डालो। इसके बाद सभी आरोपी अपने साथियों सहित स्कूल में पहले से ही छिपाए गए हथियार ले आए और हमला कर दिया।
हमले में भपूेन्द्र व रमेश गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को ग्रामीणों ने पहले सीएचसी बराड़ा और बाद में एमएम अस्पताल मुलाना में इलाज के लिए भर्ती करवाया। उल्लेखनीय है कि गांव राऊमाजरा की पंचायती जमीन पर गांव के ही कुछ जमीदारों ने कब्जा कर रखा था। इस जमीन से कब्जा हटवाने के लिए भूपेंद्र ने हाईकोर्ट में केस डाला था कोर्ट के आदेशों के बाद स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने 18 जुलाई 2020 को पुलिस बल के साथ पंचायती जमीन से अवैध कब्जा हटवाकर निशानदेही करवाई थी।