विदेशी ऑर्थो ड्रिल मशीन खराब, जुगाड़ से हो रहे ऑपरेशन
छावनी के नागरिक अस्पताल में विदेशी ऑर्थो ड्रिल मशीन खराब हुए लगभग एक साल बीत गया लेकिन इसे दुरुस्त नहीं कराया गया।
अंशु शर्मा, अंबाला
छावनी के नागरिक अस्पताल में विदेशी ऑर्थो ड्रिल मशीन खराब हुए लगभग एक साल बीत गया, लेकिन इसे दुरुस्त नहीं कराया गया। करीब आठ लाख रुपये की मशीन की वारंटी का लाभ नहीं उठाया जा रहा, जबकि जुगाड़ से अब ऑपरेशन किए जा रहे हैं। इस मशीन को छोड़कर करीब पांच हजार रुपये की मशीन से काम चलाया जा रहा है। जब यह मामला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आया, तो हड्डी रोग विशेषज्ञ से लेकर कई डाक्टरों से जवाब-तलबी की गई। हालांकि दैनिक जागरण ने जब सीनियर मेडिकल ऑफिसर (एसएमओ) डॉ. सतीश से बात की, तो उन्होंने इस मामले से अनभिज्ञता जताई, जबकि सूत्रों के मुताबिक सच्चाई से डॉक्टरों ने एसएमओ को अवगत करा दिया है।
जानकारी के मुताबिक करीब दो साल पहले छावनी के नागरिक अस्पताल में ऑर्थो ड्रिल मशीन आई थी। इससे मॉडयूलर ऑपरेशन थिएटर (ओटी) में कई सफल ऑपरेशन भी किए गए। करीब एक साल पहले इस मशीन का ड्रिल वाला हिस्सा खराब हो गया। हालांकि इसका कटर वाला हिस्सा इस्तेमाल में लाया जा रहा है। किसी ऑपरेशन में यदि ड्रिल करना हो तो इसके लिए डाक्टरों ने सस्ती करीब पांच हजार रुपये की मशीन मंगवाई है। विदेश से आई मशीन की स्पीड को जहां कंट्रोल किया जा सकता है, वहीं मौजूदा समय में जो ड्रिल मशीन इस्तेमाल हो रही है, उसकी स्पीड को कंट्रोल नहीं किया जा सकता। इस तरह से काम आती है विदेशी ड्रिल मशीन
विदेशी ड्रिल मशीन काफी महंगी है और इससे ऑर्थो ऑपरेशन के दौरान काफी आसानी होती है। इस मशीन से हड्डी में रॉड और प्लेट डालने का काम किया जाता है। इसके अलावा हड्डी के भीतर जगह बनाने यानी रीमिग, के-वायर डालने आदि काम होते हैं। अब जो मशीन इस्तेमाल की जा रही है, उससे इन कार्यों में ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ रही है। मेरी जानकारी में मामला नहीं : डॉ. सतीश
नागरिक अस्पताल के एसएमओ डॉ. सतीश का कहना है कि यह मामला मेरी जानकारी में नहीं है। एक ड्रिल मशीन विकल्प के तौर पर उपलब्ध करवाई गई थी। अगर दूसरी ड्रिल मशीन खराब है, तो उसे तुरंत दुरुस्त कराया जाएगा।