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सुविधा शुल्क की मांग पर हंगामा, बाद में कर दी गई रजिस्ट्री

तहसील के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए लोगों ने जमकर प्रदर्शन कर हंगामा किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 May 2019 09:20 AM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 06:29 AM (IST)
सुविधा शुल्क की मांग पर हंगामा, बाद में कर दी गई रजिस्ट्री
सुविधा शुल्क की मांग पर हंगामा, बाद में कर दी गई रजिस्ट्री

संवाद सहयोगी, मुलाना : तहसील के एक अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए लोगों ने जमकर प्रदर्शन कर हंगामा किया। प्रदर्शन की अध्यक्षता किसान यूनियन साढौरा अध्यक्ष ने की। पीड़ित का आरोप था कि जमीन की रजिस्ट्री करने के नाम पर अधिकारी अपनी फीस के नाम पर सुविधा शुल्क लेता है। हंगामा होता देख अधिकारी को पसीने आ गए, उन्होंने तुरंत रजिस्ट्री भी कर दी। लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ। पीड़ित ने उपतहसील परिसर में भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। हालांकि अधिकारी ने सभी आरोपों को बे बुनियाद बताया। बावजूद इसके लोगों ने मिल कर अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल नारेबाजी। लोगों ने आरोप लगाया कि लोगों से जमीन-जायदाद व प्लाटों की रजिस्ट्री करवाने के नाम पर पैसा डकारा जा रहा है।

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ये है मामला

संजीव कुमार सरावां ने बताया कि वह वीरवार की सुबह 10 बजे सैहले के रकबे की 5 कनाल 17 मरले की रजिस्ट्री कराने के लिए अपनी माता दीप कौर व जमीन विक्रेता सतविदर के साथ मुलाना की उपतहसील में आया था। यह रजिस्ट्री उन की माता दीप कौर के नाम पर होनी थी। संजीव कुमार ने बताया कि उन्होंने रजिस्ट्री कराने के लिए अपने सभी दस्तावेज रजिस्ट्री क्लर्क की टेबल पर चेक करा दिए थे। जिसके बाद उसे फोटो कराने के लिए मिलने का समय दे दिया गया। फोटो कराने के बाद वह रजिस्ट्री क्लर्क की टेबल पर गया। नरेश कुमार ने संजीव कुमार से कहा कि उस की रजिस्ट्री हो जाएगी, लेकिन इसके लिए उसे तहसीलदार की फीस अदा करनी होगी। जिस पर संजीव कुमार ने उसकी बात का जवाब देते हुए कहा कि तहसीलदार की कैसी फीस। उसने तो सरकारी फीस ऑनलाइन जमा कर दी है। उसे कहा गया कि तहसीलदार की यह फीस तो आप को देनी ही होगी। इसके दिए बिना आपकी रजिस्ट्री नहीं हो सकती। संजीव कुमार तहसील के अंदर ही अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जिसके देखते ही देखते वहां पर लोग एकत्रित हो गए। अधिकारी व रजिस्ट्री कलर्क को पसीने आ गए। किसान यूनियन के ब्लाक प्रधान द्वारा तहसील कार्यालय में जबरदस्त विरोध होता देख उसी समय रजिस्ट्री कर दी। इतना ही नहीं रजिस्ट्री उनके हाथ में दे दी।

रजिस्ट्री होने के बाद भी जारी रहा हंगामा

प्रदर्शन के बाद भी संजीव को रजिस्ट्री दे दी गई, लेकिन बावजूद इस के भी किसान यूनियन के अध्यक्ष संजीव कुमार का भ्रष्ट तंत्र के विरुद्ध गुस्सा शांत नहीं हुआ। संजीव कुमार नारेबाजी करता हुआ तहसील परिसर में पहुंच गया। संजीव कुमार ने बाकायदा माईक से एनाउंस किया। जिसके बाद लोग आते चले गए। संजीव कुमार ने अधिकारी के भ्रष्टाचार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए तहसील में अपने काम से आये अन्य लोगों को भी शामिल कर अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी की।

वर्जन

लगाए जा रहे आरोप झूठे व बे-बुनियाद हैं। आज कई लोगों की रजिस्ट्री थी। जिस कारण देरी हो गई। रही बात पैसे लेने की इसमें कोई सचाई नहीं है।

-तुलसीदास, नायब तहसीलदार मुलाना


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