Move to Jagran APP

कुत्तों की नसबंदी के मामले में उलझा कैंटोनमेंट बोर्ड, कई की हालत नाजुक

कुत्तों की नसबंदी में हुई लापरवाही का मामला अभी ठंडा होता नजर नहीं आ रहा है। मादा कुत्तों की तड़प-तड़पकर मौत के बाद अब हालात यह हैं कि कई कुत्तों की हालत नाजुक बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 May 2019 06:20 AM (IST)Updated: Wed, 08 May 2019 06:20 AM (IST)
कुत्तों की नसबंदी के मामले में उलझा कैंटोनमेंट बोर्ड, कई की हालत नाजुक
कुत्तों की नसबंदी के मामले में उलझा कैंटोनमेंट बोर्ड, कई की हालत नाजुक

जागरण संवाददाता, अंबाला : कुत्तों की नसबंदी में हुई लापरवाही का मामला अभी ठंडा होता नजर नहीं आ रहा है। मादा कुत्तों की तड़प-तड़पकर मौत के बाद अब हालात यह हैं कि कई कुत्तों की हालत नाजुक बनी हुई है। कैंटोनमेंट बोर्ड ने अभी तक इस मामले में कोई कदम नहीं उठाया। क्योंकि बोर्ड इसी विवाद में उलझा है कि मरने वाले मादा कुत्ते की मौत नसबंदी के कारण ही हुई या किसी और कारण से। वहीं अधिकारियों का कहना है कि अभी वह यह भी नहीं कह सकते हैं लालकुर्ती में जो कुत्ते मरे हैं उनकी नसबंदी उन्हीं की टीम ने करवाई या किसी और ने। ऐसे में अभी इस मामले की निष्पक्षता से जांच होगी या नहीं कहना संभव नहीं है। लेकिन इतना तय है कि इस लापरवाही पर कैंटोनमेंट बोर्ड को जवाब तो देना ही होगा। क्योंकि मामला अब पशुपालन एवं डेयरी विभाग और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी तक पहुंच चुका है। इस मामले में चीफ नेशनल कमिश्नर नेशनल अथॉरिटी फॉर एनीमल वेलफेयर नरेश कादियान ने रक्षा मंत्रालय में को भी इस मामले से अवगत करवाकर कार्रवाई की सिफारिश कर दी है।

loksabha election banner

पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग

इस मामले में वंदेमातरम दल से डीसी को ज्ञापन देकर लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ पशु क्रुरता अधिनियम के तहत कार्रवाई की मांग की है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भरत सिंह ने कहा कि जिन कुत्तों की नसबंदी के पश्चात मृत्यु हुई है उनका पोस्टमार्टम करवाया जाए। पता किया जाए कि किन कारणों से नसबंदी के पश्चात 8 से 10 कुत्ते एकदम कैसे मरे। नसबंदी करने के 8 या 10 दिन तक कुत्ते को अपने पास रखा जाए। इसके बाद कुत्तों की गली में टैग भी डाला जाए। वंदे मातरम दल के भरत सिंह, सोनू भाटिया, संदीप, सोनू, चाहत चौहान, तरुणदीप, आकाश, सागर मौजूद रहे।

कैंटोनमेंट बोर्ड का दावा 800 की हो चुकी नसबंदी

कैंटोनमेंट बोर्ड का दावा है कि अभी तक प्रशिक्षित डाक्टरों की टीम 800 कुत्तों की नसंबदी कर चुके हैं। बोर्ड के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जिस कुत्ते की मौत हुई है उसकी जांच करवाई जा रही है। यह देखा जा रहा है कि उसकी नसबंदी यदि हुई थी तो किसने की? यह भी देखा जा रहा है कि मौत का कारण नसबंदी ही था या कुछ और। अधिकारी ने कहा कि उनके पास यह पूरा रिकार्ड है कि कितने मादा और कितने नर कुत्तों की नसबंदी हुई है। बाकायदा हर कुत्ते को टैग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सिर्फ एक कुत्ते को छोड़कर अभी तक कोई शिकायत नहीं आई। यदि शिकायत आती है तो कार्रवाई करवाई जाएगी।

कैंटोनमेंट बोर्ड का दावा हेल्पलाइन नंबर भी किया है जारी

कैंटोनमेंट बोर्ड के अधिकारी ने दावा करते हुए कहा कि यदि इस तरह के केस सामने आते हैं तो उन्होंने हेल्प लाइन नंबर जारी किया हुआ है। 0171- 2601200 और कैंटोनमेंट बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर भी शिकायत की जा सकती है। ऐसा करने पर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई होगी।

नरेश कादियान बोले अनट्रेंड लोगों से करवाई जा रही नसबंदी

चीफ नेशनल कमिश्नर नेशनल अथॉरिटी फॉर एनीमल वेलफेयर नरेश कादियान ने रक्षा मंत्रालय ने पशुपालन, डेयरी और मत्स्य विभाग को सौंपी अपनी शिकायत में कहा है कि अप्रशिक्षित लोगों से अवैधानिक तरीके से कुत्तों की नसबंदी करवाई जा रही है। इसीलिए उनकी मौत हो रही है। ऐसे में इस मामले में आईपीसी 428, 429, 188 और 120बी के तहत केस दर्ज किया जाना चाहिए।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.