ग्रुप डी व हरियाणा पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर पार्षद से 12 लाख रुपये ठगे
नरवाना के वार्ड नंबर एक के पार्षद ने एसपी को दी शिकायत हरियाणा पुलिस में तैनात सिपाही व
नरवाना के वार्ड नंबर एक के पार्षद ने एसपी को दी शिकायत, हरियाणा पुलिस में तैनात सिपाही व एक अन्य पर केस दर्ज जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
ग्रुप डी और हरियाणा पुलिस में नौकरी लगवाने के नाम पर नरवाना के वार्ड नंबर एक के नगर पार्षद से 12 लाख रुपये ठग लिए गए। नरवाना वार्ड नंबर एक के नगर पार्षद सिकंदर ने यह रुपये नारायणगढ़ में तैनात हरियाणा पुलिस में सिपाही विक्रम टंडन और उसके सहयोगी विक्की को दिए थे। आरोपितों ने बदले में उसके दो भतीजों को नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया था।
एसपी को दी शिकायत के बाद अब बलदेव नगर थाना पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपितों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी को दी शिकायत में सिकंदर ने बताया कि दिसंबर 2020 को मैं अंबाला एक शादी समारोह में आया हुआ था। यहीं पर मेरी मुलाकात विक्की से हुई। मेरे दो भतीजों ने ग्रुप-डी का फार्म भरा हुआ है। विक्की कहने लगा मैं आपके भतीजों का काम करवा दूंगा। उसने विक्रम टंडन नाम के व्यक्ति का जिक्र किया। कहा कि यह नौकरी लगाने का काम करते हैं। खुद भी हरियाणा पुलिस में है। मैं आपका काम विक्रम टंडन के जरिए आसानी से करवा दूंगा। इसके बाद 10 लाख रुपये लगेंगे। सिकंदर ने इस बात पर हमी भर दी। दिसंबर 2020 को चंडीगढ़ बाइपास के पास नकद 10 लाख रुपये दे दिए। इसकी जमानत की एवज में विक्रम टंडन ने खुद के खाते का 10 लाख रुपये का चेक भी दे दिया। काफी समय होने पर जब मैंने जुलाई 2021 में पैसे वापस मांगे। इस पर वह बोले कि कहीं और काम करवा लो। मेरे भतीजों ने हरियाणा पुलिस का फार्म भरा हुआ था। यह सुनकर वह बोले आपके भतीजे का काम हरियाणा पुलिस में करवा देते हैं। इस तरह आरोपितों ने मुझे बातों में उलझाकर 2 लाख और ले लिए। वहीं आरोपितों ने मुझे जो चेक दिया था उसमें 28 अगस्त 2021 तारीख लिखी थी। तय तारीख पर मैंने चेक बैंक में लगाया तो वह बाउंस हो गया। जब मैंने आरोपितों को बोला। इस पर आरोपित विक्रम ने कहा कि खाते में पैसे डलवा देंगे। दोबारा चेक लगा लेना। लेकिन चेक दोबारा भी चेक बाउंस हो गया। इसके बाद जब आरोपितों से रुपये मांगे दो उनका रवैया बदल गया।
इस बारे में सिकंदर ने पहले भी शिकायत दी थी तब आरोपितों ने एक माह में रुपये वापस लौटाने का आश्वासन दिया, लेकिन रुपये वापस नहीं लौटाए। लिहाजा अब एसपी को दोबारा शिकायत दी गई। इसी पर केस दर्ज किया गया है।