पर्यावरण संतुलन के साथ बढ़ेगी आमदनी
अवतार चहल, अंबाला शहर :
अब पर्यावरण के साथ-साथ आमदनी में भी इजाफा होगा। ऐसा कदम वन विभाग ने पर्यावरण और किसानों की रुचि को देखते हुए उठाया है। नए नियम के तहत बन विभाग किसानों की एक एकड़ जमीन में साढ़े छह सौ पेड़ लगा सकेगा, जबकि इससे पहले चार सौ पेड़ ही लगाए जाते थे।
हरियाली को बढ़ावा देने के लिए वन विभाग की ओर से हर साल पेड़-पौधे लगाए जाते हैं, ताकि पर्यावरण का संतुलन बना रहे। वन विभाग स्कूलों के साथ-साथ खाली पड़ी सरकारी जगहों पर पेड़-पौधे लगवाता है। विभाग को उदेश्य निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के बाद हरियाली फैलाना रहता है। इसके लिए बरसाती मौसम में लोगों को निश्शुल्क पौधे वितरित किए जाते हैं। लेकिन कुछ किसान पेड़ों को खेती-बाड़ी के लिहाज से लगाते हैं। इससे किसानों को आमदनी भी हो जाती है और पर्यावरण भी साफ बना रहता है। वन विभाग की ओर से पहले प्रति एकड़ में महज साढ़े चार सौ सफेदे के पेड़ लगाए जाने का प्रावधान था, लेकिन कुछ कारणों के चलते विभाग ने इसमें कटौती करते हुए प्रति एकड़ में चार सौ सफेदे के पेड़ लगाया जाना निर्धारित कर दिया था। इससे पेड़ कम हो गए और आमदन भी घट गई और इससे किसानों की खेत में सफेदे लगाए जाने में रुचि कम हो गई। इससे किसान अपनी फसल की ओर ही ध्यान देने लगे। ऐसे में पर्यावरण को झटका लगना लाजिमी था। लेकिन अब वन विभाग ने किसानों की पेड़ों को लेकर कम हो रही रुचि को देखते हुए इनकी संख्या में फिर से इजाफा कर दिया है। वन विभाग ने प्रति एकड़ में चार की बजाए साढ़े छह सौ पेड़ लगाए जाने का कदम उठा लिया है, ताकि रुचि की कमी के कारण पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। वन विभाग इसके लिए किसानों को हाइब्रिड व क्लोन किस्म के पौधे उपलब्ध करवा रहा है।
वन विभाग के रेंज ऑफिसर सतीश ने बताया कि पहले एक एकड़ में चार सौ पेड़ लगाए जाते थे, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ा दी गई है। इससे एक एकड़ में साढ़े छह सौ पेड़ लगाए जाएंगे।
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