10 फीसद अधिक एनरोलमेंट करने वाले अध्यापक होंगे सम्मानित : सुधीर
सरकारी स्कूलों में लगातार घट रहे बच्चों की संख्या को बढाने की कवायद शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर
सरकारी स्कूलों में लगातार घट रहे बच्चों की संख्या को बढ़ाने के लिए इस बार शहर ब्लॉक में अध्यापकों को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है। गत वर्ष की स्कूल संख्या से 10 फीसद अधिक बच्चे यदि अध्यापकों ने दाखिल करा दिए तो उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी के राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रधान अमित छाबड़ा ने संयुक्त रूप से इस योजना को अमलीजामा पहनाया है। कार्यक्रम पर जो भी खर्च होगा वह संघ वहन करेगा। स्कूलों में बच्चों के अभिभावकों को बुलाकर सरकारी स्कूलों में मिलने वाली सुविधाओं से अवगत कराने का काम एक माह से चल रहा है। अप्रैल में होने वाले दाखिले और नए सत्र में आने वाली दिक्कतों के संबंध में दैनिक जागरण संवाददाता उमेश भार्गव ने खंड शिक्षा अधिकारी सुधीर कालड़ा से साप्ताहिक साक्षात्कार के तहत सीधी बातचीत की तो उन्होंने कुछ इस तरह से सवालों का जवाब दिया -
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प्रश्न : हर वर्ष सरकारी स्कूलों में एनरोलमेंट कम होते जा रहे हैं? इस बार अधिक दाखिले हो, इसके लिए क्या योजना बनाई है?
उत्तर : हमने स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित किए हैं। इसकी शुरुआत गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल धुराली में 12 मार्च से की थी। सरकारी स्कूलों में मिलने वाली योजनाओं व फायदों से अवगत कराया है। स्कूल को मुख्यमंत्री स्कूल सुंदरीकरण प्रोत्साहन पुरस्कार योजना में खंड व जिला स्तरीय अवॉर्ड मिला है। पहले 31 मार्च तक के एनरोलमेंट नोट करेंगे। इसके बाद 30 अप्रैल तक कितने एनरोलमेंट हुए रिकार्ड देखकर पता चल जाएगा कि इस वर्ष कितने दाखिल हुए। इस अवधि में जो स्कूल 10 प्रतिशत से अधिक एनरोलमेंट दिखाएंगे उन्हें सम्मानित किया जाएगा। राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यापकों को सम्मानित करने के कार्यक्रम का खर्च वहन करेगा।
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प्रश्न : सक्षम हरियाणा योजना सरकार ने चलाई है? खंड में उसका क्या परिणाम है?
उत्तर : शिक्षा विभाग के सक्षम हरियाणा कार्यक्रम के तहत सभी स्कूल प्रबंधन समितियों को इस कार्यक्रम के बारे में जागरूक किया। सक्षम हरियाणा में स्कूलों के अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे हैं। गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल भुड़ंगपुर, नन्हेड़ा व पंजोला स्कूलों की शैक्षणिक मॉनीटि¨रग अभिभावकों के सामने रखी गई। प्रश्न : 134ए के तहत दाखिला प्रक्रिया शुरू हो चुकी है? अभी तक कितने स्कूलों ने रिपोर्ट दी है? कितनी सीटें खाली हैं?
उत्तर : कुल 102 प्राइवेट स्कूल हैं। 85 स्कूलों ने करीब 1564 सीटें दिखाई हैं। टेस्ट के उत्तीर्ण होने वाले बच्चों को नियमानुसार दाखिला दिलाया जाएगा। प्रश्न: मिशन एडमिशन शुरू हो चुका है? प्राइवेट स्कूल मोटी-मोटी फीस ले रहे हैं? क्या कार्रवाई की है आपने?
उत्तर : यदि किसी विद्यालय ने फार्म छह में दर्शाई गई फीस से ज्यादा वसूली की है और शिकायत आती है तो ऐसे स्कूलों के खिलाफ किसी भी तरह की ढील नहीं बरती जाएगी। प्रश्न : स्कूल परिसर में किताबों के साथ-साथ वर्दियां भी बेचने के मामले आते हैं? क्या यह किया जा सकता है?
उत्तर : सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के अनुसार किसी भी स्कूल में कॉमर्शियल गतिविधियां नहीं कराई जा सकतीं। इसलिए सभी स्कूल मुखिया इस निर्णय को मानने के लिए बाध्य होंगे। फिर भी कोई स्कूल ऐसा करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। अभिभावकों को जबरदस्ती किसी दुकानदार से ही वर्दी और किताबें लेने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।
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