पृथ्वी जैसा नीले रंग का एक और ग्रह दूसरे सौरमंडल में
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पृथ्वी की तरह दिखने वाला एक नीले रंग का दूसरा ग्रह ढूंढ निकाला है। पृथ्वी से 63 प्रकाशवर्ष दूर एक दूसरे तारे की परिक्रमा करने वाले इस ग्रह के सही रंगों को पहली बार पहचाना जा सका है। ये अब तक मिले दूसरे सौरमंडल के ग्रहों में ये ग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक है।
वाशिगटन। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने पृथ्वी की तरह दिखने वाला एक नीले रंग का दूसरा ग्रह ढूंढ निकाला है। पृथ्वी से 63 प्रकाशवर्ष दूर एक दूसरे तारे की परिक्रमा करने वाले इस ग्रह के सही रंगों को पहली बार पहचाना जा सका है। ये अब तक मिले दूसरे सौरमंडल के ग्रहों में ये ग्रह पृथ्वी के सबसे नजदीक है। एचडी 189733बी नाम के इस ग्रह को नासा के वैज्ञानिकों ने हब्बल अंतरिक्ष वेधशाला से देखा है। इस ग्रह को अपने तारे के सामने से गुजरते हुए दिखने में पृथ्वी से काफी मिलता-जुलता पाया गया। हालाकि वैज्ञानिकों का मत है कि इस ग्रह पर संभवत: काच की बारिश होती है। वैज्ञानिकों ने इस ग्रह के अपने तारे के पास से गुजरने के दौरान इसका रंग बदलते हुए भी देखा। तारे के पास से गुजरने के पहले और बाद में नीले रंग की चमक में तो कमी देखी गई। लेकिन लाल या हरे रंग के बिंदु जैसी रोशनी पर कोई फर्क नहीं पड़ा। साउथ वेस्ट इंग्लैंड स्थित एक्सटर यूनिवर्सिटी अनुसंधानकर्ता फ्रेडरिक पाट ने बताया कि इसका अर्थ ये है कि गायब होने वाली वस्तु नीले रंग की है। इससे पहले वेधशाला में हुए प्रयोग में पाया गया था कि इस नए ग्रह पर नीली रोशनी छितराई सी रहती है। हब्बल वेधशाला ने इस खोज की पुष्टि कर दी है। अगर इस ग्रह को सीधे देखा जाए तो ये ग्रह एक नीले रंग के बिंदु जैसा दिखेगा। लेकिन इस हलचल भरे नए ग्रह में दिन के समय तापमान करीब 1093 डिग्री सेल्सियस रहता है। और संभवत: यहा की शीशे की बारिश के कारण 7242 किलोमीटर प्रति घटे की रफ्तार से यहा आधिया चलती हों। वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी की तरह ही इस ग्रह का गहरा नीला रंग संभवत: इसके ध्रुवीय महासागरों के कारण नहीं आता। चूंकि इसके वातावरण के ऊंचे बादलों के नीचे एचडी 189733बी नाम का ये ग्रह बहुत ही गर्म माहौल है। हालाकि इसका वातावरण परिवर्तनीय है और जीवन के लिहाज से कष्टकारी है। एचडी 189733बी ग्रह अपने सौरमंडल में कमोबेश बृहस्पति ग्रह जैसा है। हालाकि ये हमारे बृहस्पति ग्रह से भी खासा गर्म है। एचडी 189733बी ग्रह की खोज वर्ष 2005 में हुई थी। ये अपने जन्मदाता तारे से 4 करोड़ 60 लाख किलोमीटर दूर है। ये अपने तारे के इतने करीब है कि गुरुकत्वाकर्षण से इसकी अपनी धुरी पर घूमने की गति खत्म हो गई है। इस ग्रह का एक हिस्सा हमेशा उसके तारे की ओर होता है और दूसरा हमेशा अंधेरे में होता है। वर्ष 2007 में स्पिट्जर स्पेस टेलीस्कोप ने इसकी पराबैंगनी किरणों को मापकर इसकी रोशनी और गर्मी का पता लगाया था।
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