Coronavirus: विजय रूपाणी ने विदेश मंत्री से मांगी मदद, चीन में रह रहे गुजराती युवकों को लाने की कवायद
Coronavirus. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूरुपाणी ने कहा है कि चीन से मंगलवार व बुधवार को दो जहाज भारत आएंगे जिनमें चीन में रह रहे गुजराती युवक-युवतियों को भारत लाया जाएगा।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Coronavirus. कोरोना वायरस के हमले के भय के बीच चीन में रह रहे करीब एक सौ युवकों से गुजरात सरकार ने संपर्क साधा है, उनमें से कोई भारत लौटना चाहेगा तो केंद्र व राज्य सरकार मदद को तैयार है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने विदेश मंत्री जयशंकर से भी इस संबंध में चर्चा की। उन्होंने संपूर्ण मदद का भरोसा दिया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि चीन से मंगलवार व बुधवार को दो जहाज भारत आएंगे, जिनमें चीन में रह रहे गुजराती युवक व युवतियों को भारत लाया जाएगा। चीन में कोरोना वायरस से भय से कई लोग चीन छोड़ रहे हैं। ऐसे में वहां बसे करीब एक सौ युवक भी भारत लौटना चाहते हैं तो उन्हें लाने की सभी व्यवस्था केंद्र व गुजरात सरकार ने की है।
रूपाणी ने कहा कि मंगलवार व बुधवार को एक एक हवाई जहाज चीन से भारत आएगा। चीन से आने वाले युवकों की मेडिकल जांच के इंतजाम भी अहमदाबाद सरदार पटेल एयरपोर्ट पर किया जाएगा, ताकि किसी के कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर यहां संक्रमण फैलने से रोका जा सके।
मुख्यमंत्री रूपाणी ने राज्य के मुख्य सचिव अनिल मुकीम से चर्चा कर युवकों के प्रदेश में बसे परिजनों से सूचना एकत्र करने के भी निर्देश दिए हैं। गुजरात आपदा प्रबंधन प्रािधकरण राज्य के विविध शहरों में बसे इन युवकों के परिजनों से संपर्क कर उनकी जानकारी जुटाएगा, ताकि उनका हरसंभव मदद की जा सके।
गौरतलब है कि दुनियाभर में खौफ का कारण बने कोरोना वायरस का देश में अभी कोई पुष्ट मरीज नहीं मिला है, लेकिन इससे आशंकित रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। कुछ दिन पहले चीन से लौटी बिहार के छपरा की एक युवती को पटना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान में इसके एक-एक संदिग्ध मरीज मिले हैं। कोलकाता में चीनी युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका में केरल और महाराष्ट्र में 100 से ज्यादा लोगों को निगरानी में रखा गया है। चीन से लौटे तीन व्यक्तियों को हैदराबाद में भी अस्पताल में रखा गया है। बेंगलुरु में भी दो व्यक्तियों को चिकित्सीय निगरानी में रखा गया है।