गुजरात के राजकोट में फसल नष्ट होने से किसान ने की आत्महत्या
Farmer suicide. गुजरात के राजकोट में फसल नष्ट होने से एक किसान ने आत्महत्या कर ली है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के राजकोट में फसल खराब होने से हताश एक और किसान ने आत्महत्या कर ली है। पडघरी के मोटा रामपर गांव में रहने वाले 51 वर्षीय किसान सवजीभाई नरभेराम भोजाणी ने गुरुवार सुबह खुद को आग लगा ली। गंभीर अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। मृतक के अंतिम संस्कार के लिए भी परिजनों के पास रुपये नहीं थे। जिससे चंदा लेकर उनका अंतिम संस्कार किया गया है। पुलिस ने बताया कि पुछताछ से पता चला है कि सवजीभाई ने जीरा ने अपने खेत में जीरा की बुआई की थी। सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से उनकी फसल सूख गई थी और उन पर आर्थिक बोझ बढ़ गया। उनके परिजनों ने बताया कि पिछले कई दिनों से परेशान सवजी भाई ने गुरुवार सुबह धह बजे घर का दरवाजा बंद कर अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डाल दिया। इसके बाद खुद को आग लगा ली। परिजनों सहित गांववालों ने गंभीर अवस्था में राजकोट सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां उपस्थित चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया। परिजनों ने बताया कि उनके पास रुपये नहीं होने से गांववालों की मदद से उनका अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस ने घटना के बाद मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की है।
गौरतलब है कि गुजरात में किसानों के आत्महत्या का सिलसिला जारी है। पिछले हप्ते जामनगर के 22 वर्षीय आशावाद किसान ने फसल नष्ट होने से फांसी लगाकर जान दे दी थी। गुजरात पिछले दो महीने में आर्थिक संकट से जूझ रहने 10 से अधिक किसानों ने आत्महत्या कर ली है।