प्रेमी ने देह-व्यापार के लिए बेच दिया था, ग्राहक ने जिंदगी बदल दी
शादी के बहाने वह मुझे बिहार से वडोदरा ले आया। यहां आकर मुझे 12 हजार रुपए में किसी दलाल को बेच दिया। इसके बाद मेरे जीवन में अंधेरा सा छा गया, लेकिन ग्राहक के रूप में आए एक युवक को मुझसे प्यार हो गया। हमने शादी कर ली।
वडोदरा। मैं बिहार की रहने वाली हूं। अपने गांव के एक युवा से मेरा प्यार हो गया। मुझसे शादी के बहाने वह मुझे बिहार से वडोदरा ले आया। यहां आकर मुझे 12 हजार रुपए में किसी दलाल को बेच दिया। इसके बाद मेरे जीवन में अंधेरा सा छा गया, लेकिन ग्राहक के रूप में आए एक युवक को मुझसे प्यार हो गया। हमने शादी कर ली। आज हमारा दो साल का बेटा है।
इंटरनेशनल सेक्स वर्कर डे के अवसर पर एक पूर्व सेक्सवर्कर सपना (बदला हुआ नाम) से बात की। जिससे पता चला कि इन लोगों की जिदगी कितनी दु:खद होती है। सपना ने बताया कि आज मेरा बेटा दो साल का है। मैं भले ही अनपढ़ रही, पर अपने बेटे को खूब पढ़ाऊंगी, उसे कलेक्टर बनाऊंगी। मैं निजी संस्था में काम करके अच्छा कमा लेती हूं, पति भी अच्छा कमा लेते हैं। हम बेटे की परवरिश में किसी तरह की कमी नहीं रखेंगे। मैंने गरीबी देखी है, इसलिए सेक्सवर्कर के धंधे में आई बहनों के लिए कुछ करना चाहती हूं। ताकि किसी दूसरी बहन को मेरी तरह तकलीफें न झेलनी पड़े।
तीन बहनें भूख से मर गईं
सेक्सवर्कर के धंधे के जाल से बाहर आ चुकी सपना ने बताया कि मैं बिहार के एक छोटे से गांव की हूं। हमारा परिवार गरीब था। हम 5 बहनें थी। पिता रिक्शा चलाते थे। घर में भुखमरी इतनी अधिक थी कि मेरी 3 बहनें बचपन में ही मर गई। मैं घर पर कुछ काम करती, पर उससे घर का खर्च चलाना मुश्किल था। इसी बीच मुझे गांव के एक युवक से प्रेम हो गया। मेरे पिता मेरी शादी एक अधेड़ अमीर से कराना चाहते थे। उस युवक ने मुझसे शादी का प्रलोभन दिया। उसने कहा कि मेरी नौकरी मुम्बई में लग गई है, हम दोनों वहां से भाग आए। युवक मुझे वडोदरा ले आया। कुछ दिन बाद उसने मुझे 12 हजार रुपए में एक दलाल को बेच दिया।
मुझे 24 हजार दो, और घर चली जाओ
जब मुझे पता चला कि मेरे प्रेमी ने मुझे 12 हजार में दूसरे दलाल के पास बेच दिया है। तो मैंने दलाल से अनुरोध किया कि मुझे घर जाने दो। तब दलाल ने कहा कि मैंने तुम्हें 12 हजार में खरीदा है। यदि तुम मुझे 24 हजार दो, तो घर जा सकती हो। यहां आकर मुझे लगा कि मैंने पिता की बात न मानकर बहुत बड़ी भूल की।
6 महीने के बाद मुझे घर जाने का मौका मिला
अब मैं धंधे से लग चुकी थी। मुझसे जबर्दस्ती यह काम करवाया जाता था। ना कहने पर मुझे सिगरेट से दागा जाता था। इन 6 महीनों में दलाल ने मुझसे बहुत कमाए। इसके बाद वह मुझे मेरे घर बिहार ले गया। मैं वहां अपने माता-पिता से मिली। मैंने मां को 6 हजार रुपए दिए, तो मां ने पूछा कि यह रुपया कहां से लाई? तब मैंने यह झूठ कह दिया कि एक बंगले में काम करती हूं। वहीं से कमाया है।
माता-पिता की मौत के बाद जवाबदारी बढ़ गई
अब मैं घर पर ही माता-पिता के साथ रहने लगी। कुछ महीनों बाद मेरे पिता का देहांत हो गया। उसके गम में कुछ दिनों बाद मां भी चल बसी। अब बहन की जवाबदारी मुझ पर आ गई। बहन की पढ़ाई बंद न हो और वह एक अच्छी जिंदगी गुजारे, इसलिए मुझे फिर से सेक्स वर्कर का काम करना पड़ा। मैं फिर वडोदरा आ गई। कुछ दिनों बाद पता चला कि मेरी बहन का भी देहांत हो गया है। अब मैं अपनी जिंदगी नए सिरे से शुरू करना चाहती थी।
मेरे जीवन में समीर का आगमन हुआ
मुझे मेरे धंधे में रोज ही नए पार्टनर मिलते थे। सभी को खुश करना मेरा काम ही था। एक दिन समीर नाम का एक युवक मुझे होटल में ले गया। उसने मुझसे बहुत सी बातें की। अब वह रोज ही मेरे पास आने लगा। हम दोनों के बीच प्यार पनपने लगा। एक दिन समीर ने मेरे सामने शादी का प्रस्ताव रखा। मैं चौंक गई। मैंने उसे बताया कि मेरी जिंदगी एकदम अलग है। तुम बहुत अच्छे हो, किसी दूसरी से शादी कर लो और अपना जीवन संवार लो। फिर भी समीर शादी पर ही अड़ा रहा। तब मैंने अपने घिनौने जीवन की दास्ता उसे सुना दी। इसके बाद भी उसने मुझे स्वीकार करने की जिद पकड़ी। हमने धूमधाम से शादी कर ली। उसके बाद कुछ समय तक मैंने अपना धंधा जारी रखा। उसके बाद धीरे-धीरे मैंने इस धंधे से तौबा कर ली। अब मैं अपने पति और बच्चे के साथ सुखी हूं।