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सूखी नदी में दूर-दूर तक फैल गई सफेदी की चादर

नर्मदा बांध की ऊंचाई 120 मीटर होने के बाद भी नदी के पानी ने तटबंध छोड़ दिया है। इसलिए समुद्र का पानी फैल गया है। सरकार ने पानी न छोड़ने की जिद पकड़ ली है। खारे पानी के कारण दूर-दूर तक सफेद चादर बिछ गई है।

By Bhupendra SinghEdited By: Updated: Thu, 26 May 2016 06:06 AM (IST)
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सूरत। नर्मदा बांध की ऊंचाई 120 मीटर होने के बाद भी नदी के पानी ने तटबंध छोड़ दिया है। इसलिए समुद्र का पानी फैल गया है। सरकार ने पानी न छोड़ने की जिद पकड़ ली है। खारे पानी के कारण दूर-दूर तक सफेद चादर बिछ गई है। उद्योग बंद हो रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है।

नर्मदा नदी का पट एकदम सूखा हो गया है। खारे पानी की सफेदी फैल गई है। नदी भरुच का किनारा छोड़कर एक किलोमीटर दूर चली गई है। दूर-दूर तक क्षार ही क्षार दिखाई दे रहा है। यदि शीघ्र ही नर्मदा नदी पर पानी न छोड़ा गया, तो मछुआरों को नमक का व्यापार करना पड़ सकता है। सरकार की जिद से लोगों में नाराजगी देखी जा रही है।

खेती करना मुश्किल होगा

भरुच से गुजरने वाली नर्मदा नदी का तट सूख जाने से समुद्र का पानी शुकलतीर्थ तक आ गया है। इससे भूगर्भ जल भी खारा हो गया है। यदि ऐसा ही रहा, तो कुछ ही समय बाद इस क्षेत्र में खेती करना मुश्किल हो जाएगा। सरकारी तंत्र को सजग होना ही होगा। एक ओर नर्मदा का पानी सुदूर कच्छ तक पहुंचाया जा रहा है, तो दूसरी तरफ नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों के लिए पानी मुहाल हो गया है। लोग पानी के लिए तरस रहे हैं।

टाइड के समय पानी में क्लोराइड की मात्रा 300 पीपीएम

समुद्र में नदी का पानी मिल जाने से पानी में टीडीएस और क्लोराइड की मात्रा बढ़ गई है। पिछले 45 दिनों से दहेज जीआईडीसी को मिलने वाला पानी कम हो गया है। पानी खारा बन गया है। इससे उद्योग का उत्पादन प्रभावित हो रहा है। नर्मदा नदी में पानी न छोड़ने के कारण उद्योगों की हालत खराब है। कई उद्योग बंद हो गए हैं, इससे बेरोजगारी बढ़न लगी है।