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गुजरात में कांग्रेस फिर पाटीदारों के भरोसे, भाजपा का रणनीतिक दम

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी अपने सरकारी आवास पर भाजपा कोर कमेटी के साथ लोकसभा चुनाव व भाजपा संगठन के मुद्दों पर चर्चा करेंगे।

By Sachin MishraEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 11:28 AM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 11:47 AM (IST)
गुजरात में कांग्रेस फिर पाटीदारों के भरोसे, भाजपा का रणनीतिक दम
गुजरात में कांग्रेस फिर पाटीदारों के भरोसे, भाजपा का रणनीतिक दम

राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात में भाजपा व कांग्रेस दोनों ही राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए कमर कस रहे हैं। कांग्रेस जहां एक बार फिर पाटीदारों पर दांव आजमा रही है, वहीं भाजपा अपने कुशल संगठन, रणनीति और बूथ मैनेजमेंट के दम पर मैदान में उतरने की जुगत में है। मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को भाजपा कोर कमेटी की बैठक बुलाई गई है। इसके बाद पार्टी प्रभारी भूपेंद्र यादव निकाय चुनाव की रणनीति पर प्रदेश के नेताओं से चर्चा करेंगे।

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भाजपा को पता है कि गत विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात यात्रा व बुलेट ट्रेन, जलमार्ग यात्रा के लिए यो यो फेरी, सी प्लेन के अलावा मोदी के जलवे से उसकी सरकार टिकी रही। लेकिन आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी गुजरात को अधिक समय नहीं दे पाएंगे इसलिए भाजपा ने अपने दम पर हर संभव तैयारियां शुरू कर दी है। किसान, मजदूर, कर्मचारी, युवा व महिलाओं के अलावा पाटीदार, दलित, आदिवासी वर्ग को लुभाने के लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी खूब दौड़धूप कर रहे हैं। बुधवार सुबह रूपाणी अपने सरकारी आवास पर भाजपा कोर कमेटी के साथ लोकसभा चुनाव व भाजपा संगठन के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। शाम को भाजपा के राज्य प्रभारी सांसद भूपेंद्र यादव गांधीनगर पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री रूपाणी उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, प्रदेश अध्यक्ष जीतू वाघाणी तथा अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में पार्टी कार्यालय श्रीकमलम पर एक बैठक होगी जिसमें लोकसभा व स्थानीय निकाय चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। प्रदेश भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर पहली बार औपचारिक बैठक कर रही है। इसमें राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों पर फिर से कब्जा करने की रणनीति पर विचार होगा।

उधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावडा बताते हैं कि आगामी दो सप्ताह में कांग्रेस के प्रदेश संगठन का गठन कर लिया जाएगा। कांग्रेस इस बार पद लेकर नेता बन बैठने वालों के बजाए अपने क्षेत्र में काम कर सकने वाले युवा नेताओं को संगठन में अहम ओहदों पर बिठा रही है।

चावडा ने अपने ताजा बयान में यह कहा कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन व दलित आंदोलन का कांग्रेस को कोई खास लाभ नहीं हुआ, लेकिन पार्टी की रणनीति अभी भी पाटीदार समुदाय पर दांव आजमाने की है।

गांधीनगर में मंगलवार को नेता विपक्ष धनाणी ने कहा कि कांग्रेस किसी भी समाज की मांग व आंदोलन में उसके साथ खड़ी नजर आती है। भाजपा सत्ता के नशे में जनता की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है लेकिन कांग्रेस समाज के गरीब, पिछडे व दबे-कुचले लोगों की आवाज को बुलंद करती रहेगी।


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