Gujarat: सरकार की घोषणा से पहले ही खोल दिए स्कूल, विजय रूपाणी बोले-कार्रवाई होगी
Gujarat सरकार की घोषणा से पहले ही कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोल दिए। गजेरा स्कूल की मनमानी पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्थानीय अधिकारी स्कूल संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के सूरत में गजेरा स्कूल के संचालकों ने सरकार की घोषणा से पहले ही कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोल दिए। हाल में सरकार ने कक्षा नौवीं से 12वीं के छात्र- छात्राओं के लिए स्कूल खोलने की अधिसूचना जारी की है। गजेरा स्कूल की मनमानी पर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि स्थानीय अधिकारी स्कूल संचालकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे। कोई भी सरकार के अधिसूचना का उल्लंघन नहीं कर सकता। जिला शिक्षा अधिकारी ने दो दिन के लिए स्कूल बंद कराने के साथ ही स्कूूल संचालकों को जवाब तलब किया है। चिकित्सा विभााग को गजेरा स्कूल में कक्षा छह से आठ के बच्चों को भी बुलाने की सूचना मिली तो एक टीम ने वहां पहुंचकर मौके का जायजा लिया।
चिकित्सा अधिकारी कनुभाई श्रॉफ ने बताया कि स्कूल में शारीरिक दूर का पालन नहीं किया गया। एक ही बेंच पर दो से तीन छात्र बैठे पाए गए। गौरतलब है कि कोर कमेटी की बैठक के बाद सरकार ने नौ जुलाई से कक्षा 12 व 26 जुलाई से कक्षा नौ से 11वीं के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खोलने का निर्णय किया था। मुख्यमंत्री रूपाणी ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि स्थानीय अधिकारी कानूनी कार्रवाई करेंगे। शिक्षामंत्री भूपेंद्र सिंह चूडासमा ने कक्षा छह से आठ के छात्र-छात्राओं के लिए स्कूल खोलने से पहले कोर कमेटी की बैठक में व्यापक विचार-विमर्श करने की बात कही थी, लेकिन गजेरा चैरिटेबल ट्रसट की ओर से सूरत के कतारगाम में संचालित गजेरा स्कूल में कक्षा छह से आठ के विद्यार्थियों को भी बुलाकर कक्षाएं संचालित की जाने लगी थी।
चिकित्सा विभाग व प्रशासन को इसकी जानकारी मिली तो तुरंत एक टीम स्कूल पहुंची। पुलिस ने भी स्कूल पहुंचकर बच्चों को स्कूल से निकालने में मदद की। जिला शिक्षा अधिकारी ने गजेरा स्कूल के संचालकों को नोटिस देकर इस घटना के मामले में जवाब मांगा है। स्कूल को दो दिन के लिए बंद भी करा दिया गया है। इधर, सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि सरकार की अधिसूचना का उल्लंघन किसी भी हाल में सहन नहीं किया जाएगा। कोरोना संक्रमण घटने के कारण राज्य में छूट दी जा रही है। संक्रमण फैलता है तो सरकार फिर से सख्त कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगी।