बाढ़ पीडि़तों के दुख में सहभागी बन रुपाणी ने मनाया 61वां जन्मदिन
रुपाणी ने कहा कि जन्मदिन पर बाढ प्रभावितों के दुख में भागीदार बनना उनके लिए हमेशा यादगार पल होंगे।
अहमदाबाद। मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने अपना 61वां जन्मदिन उत्तर गुजरात में बाढ़ से पीडि़त लोगों के दुख में सहभागी बनकर मनाया। उनके जन्मदिन पर दानदाता लोगों ने 7 करोड़ 54 लाख रु के चैक मुख्यमंत्री राहत निधि में भेंट किए। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने भी बाढ प्रभावितों से मुलाकात की तथा सरकार व प्रशासन पर राहत एवं बचाव कार्य में देरी का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री रुपाणी पिछले चार दिनों से बाढ़ प्रभावित बनासकांठा व पाटण जिले के दौरे पर हैं, बुधवार को उनका 61वां जन्मदिन था, उन्होंने सूईगाम के काणोठी गांव में बाढ पीडितों के बीच उनके दुख में सहभागी बनकर मनाया। रुपाणी ने कहा कि जन्मदिन पर बाढ प्रभावितों के दुख में भागीदार बनना उनके लिए हमेशा यादगार पल होंगे। उनहोंने कहा कि पीडित लोगों व किसानों को जमीन, फसल के नुकसान का मुआवजा शीघ्र दिलाया जाएगा, जिन लोगों के घर का सामान बह गया उन्हें घर सामान व 7 हजार रु तक की नकदी देने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। स्वास्थ्य राज;्मंत्री शंकर चौधरी ने कहा कि स्थानीय लोग व किसानों को इस आपदा से उबारना सरकार की प्राथमिकता है।
सरकार से लोग नाराज
पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने भी बुधवार को बनासकांठा व पाटण में बाढ प्रभावित गांवों का दौरान किया। हार्दिक ने कहा कि बनास नदी में उफान के वक्त गांवों में दस दस फीट पानी भर गया था जिससे उनके घर व फसल चौपट हो गई। सरकार ने राहत व बचाव कार्य में कोताही बरती है।
खोड़धाम समिति के साथ मिलकर हार्दिक के संगठन ने पाटण के 5 गांव गोद लिए हैं। उनहोंने इन गांवों में भी बाढ प्रभावितों से मुलाकात की। उत्तर गुजरात पाटीदारों का गढ है तथा आरक्षण आंदोलन का सबसे अधिक प्रभाव इस क्षेत्र के मेहसाणा, पाटण, साबरकांठा आदि जिलों में था। हार्दिक ने आगामी 5 अगस्त को अहमदाबाद में क्रांतिकारी कार्यकर्ता सम्मेलन की भी घोषणा कर दी है जिसमें राज्यभर से 5 हजार सक्रिय कार्यकतर्ता शामिल होंगे।