मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार वाले बयान से राजस्व कर्मचारी नाराज, दी आंदोलन की धमकी
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के बयान पर राजस्व कर्मचारियों ने नाराजगी जताते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और आंदोलन की धमकी दी।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के उस बयान पर राज्य के राजस्व कर्मचारी नाराज हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि इस विभाग के कर्मचारी सर्वाधिक भ्रष्ट हैं। कर्मचारियों ने इस बारे में जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कहा है कि यदि मुख्यमंत्री इसके लिए अपना शब्द वापस नहीं लेंगे तो कर्मचारी आंदोलन करेंगे। वहीं राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि इस प्रकार का बयान देकर मुख्यमंत्री ने किस पर निशाना साधा है। पूर्व राजस्वमंत्री एवं मुख्यमंत्री आंनदी-बेन पटेल या फिर वर्तमान राजस्व मंत्री कौशिक पटेल। निशाना चाहे जिस पर भी हो, राजस्व कर्मी इससे खफा है और उनके संगठन ने आंदोलन की चेतावनी दे दी है।
राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गत दिनों गैर कृषि प्रमाणपत्र का वितरण करने के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा था कि राजस्व विभाग सबसे ज्यादा भ्रष्ट है और दूसरे नंबर पर गृहविभाग है। कर्मचारी बदनाम हुए हैं। रूपया देने के बाद ही काम होता है। इस विवादास्पद बयान के बाद राज्य के राजस्व कर्मचारियों में नाराजगी की लहर दौड़ गई हैं। गुजरात राज्य रेवन्यू कर्मचारी महामंडल ने मुख्यमंत्री के इस कथन का विरोध करते हुए कहा है कि उन्हें अपना शब्द वापस ले लेना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो राज्य के कर्मचारी आंदोलन करेंगे। गुजरात के रेवन्यू कर्मचारी महामंडल ने राजस्व सचिव पकंज कुमार को ज्ञापन देकर उक्त मांग की हैं।
वहीं इस विभाग के कर्मचारियों ने सभी जिलों के जिला कलेक्टर को भी इस आशय का ज्ञापन दिया है। राजस्व संगठन ने चेतावनी दी है कि इसके लिए यदि मुख्यमंत्री अपने शब्द वापस नहीं लेंगे तो आक्रमक आंदोलन के पहले चरण में कर्मचारी काली पट्टी धारणकर आंदोलन के बाद अगला कार्यक्रम निश्चित करेंगे। इस बारे में रविवार को बैठक का आयोजन भी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल के कार्यकाल में राजस्व विभाग उन्हीं के पास था। उस समय बिल्डर बहुत खुश थे। वहीं वर्तमान राजस्वमंत्री कौशिक पटेल है। चर्चा जोरों पर है कि आखिर मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के निशाने पर कौन है। आनंदी बेन पटेल पर निशाना साधा गया है या फिर कौशिक पटेल उनके निशाने पर है।