Gujarat: गांधीनगर राजभवन के समक्ष कांग्रेस का प्रदर्शन, भाजपा ने साधा निशाना
Gujarat Congress कांग्रेस नेताओं ने गांधीनगर राजभवन के समक्ष लोकतंत्र बचाओ के नारे के साथ प्रदर्शन किया तो भाजपा ने कहा कि ये लोकतंत्र नहीं कांग्रेस बचाओ कार्यक्रम है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Gujarat Congress: राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार व राजभवन के बीच के टकराव की आंच गुजरात भी पहुंच गई है। कांग्रेस नेताओं ने गांधीनगर राजभवन के समक्ष लोकतंत्र बचाओ के नारे के साथ प्रदर्शन किया तो भाजपा ने कहा कि ये लोकतंत्र नहीं कांग्रेस बचाओ कार्यक्रम है। मुख्यमंत्री गहलोत सरकार में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का गुट नाराज होकर हरियाणा के मानेसर में जाकर बैठा है। गहलोत सरकार पर तब से संकट के बादल मंडरा रहे हैं। बीते कई दिनों से गहलोत समर्थक सौ से अधिक विधायक भी जयपुर के एक होटल में एकजुट होकर जमे हैं।
कांग्रेस इस संकट का दोष सीधे भाजपा पर मढ़ रही है। प्रवक्ता जयराज सिंह जाडेजा ने बताया कि सोमवार को कई राज्यों के राजभवनों के समक्ष प्रदर्शन के एलान के साथ गुजरात कांग्रेस के नेताओं ने गांधीनगर राजभवन के सामने धरना व प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष अमित चावडा, नेता विपक्ष परेश धनाणी, महासचिव निशित व्यास, विधायक ग्यासुद्दीन शेख सहित दर्जनों नेता राजभवन पहुंचे व प्रदर्शन किया। पुलिस ने इन नेताओं को हिरासत में लेकर राजभवन से दूर ले गई, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। अध्यक्ष चावडा का आरोप है कि भाजपा ने मणिपुर, गोवा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में कांग्रेस के बहुमत को तोड़कर अपनी सरकार बना ली। गुजरात राज्यसभा चुनाव में भी करोड़ों रुपये खर्च कर कांग्रेस विधायकों को तोड़ा गया।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्या का कहना है कि कांग्रेस नेता लोकतंत्र बचाने के लिए नहीं कांग्रेस को बचाने के लिए धरना कर रहे हैं। कांग्रेस अपने विधायकों को संभाल नहीं पाती है और उसका दोष भाजपा पर डालती है। पंड्या ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कांग्रेस को जनता की सेवा करना चाहिए, लेकिन वह कभी राज्यपाल के खिलाफ धरना कर रहे हैं तो कभी अपने ही नेताओं पर झूठे आरोप लगाकर अपनी विफलता को उजागर करते हैं। उन्होंने कहा कि देश में 635 दिन तक आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस किस मुंह से लोकतंत्र की बात कर रही है।