Move to Jagran APP

PM Modi In Gujarat: पीएम ने पशुपालक महिलाओं को किया संबोधित, कहा- गुजरात में भले ही पानी की कमी हो लेकिन दूध की नदियां बहती हैं

PM Modi in Gujarat 2nd day प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने गुजरात दौरे के दूसरे दिन 2 लाख पशुपालक महिलाओं को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा गुजरात आज सफलता की जिस ऊंचाई पर है विकास की जिस ऊंचाई पर है वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है।

By Babita KashyapEdited By: Published: Tue, 19 Apr 2022 01:08 PM (IST)Updated: Tue, 19 Apr 2022 01:08 PM (IST)
PM Modi In Gujarat: पीएम ने पशुपालक महिलाओं को किया संबोधित, कहा- गुजरात में भले ही पानी की कमी हो लेकिन दूध की नदियां बहती हैं
पीएम मोदी ने 2 लाख पशुपालक महिलाओं को संबोधित किया

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहां है कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्था एवं महिला सशक्तिकरण का आज बनासकांठा में प्रत्यक्ष अनुभव कर रहा हूं। उत्तर गुजरात की करीब 2 लाख महिला पशुपालकों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने यह बात कही। अपनी गुजरात यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी बनासकांठा जिले के दियोदर गांव में बनास डेयरी के पोटैटो प्रोसेसिंग एवं प्रोडक्ट यूनिट के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मोदी ने कहा कि मेहसाणा की भैंस एवं कांकरेज गाय ने उत्तर गुजरात को किसान एवं पशुपालकों की तकदीर बदल दी।

loksabha election banner

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में गांव की अर्थव्यवस्था को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है, को आपरेटिव मूवमेंट यानि सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत अभियान को ताकत दे सकता है, ये सब कुछ यहां प्रत्यक्ष अनुभव किया जा सकता है। बनास डेयरी संकुल, Cheese and Whey Plant ये सभी तो डेयरी सेक्टर के विस्तार में अहम हैं ही, बनास डेयरी ने ये भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है।भारत में गांव की अर्थव्यवस्था को, माताओं-बहनों के सशक्तिकरण को कैसे बल दिया जा सकता है, Co-operative movement यानि सहकार कैसे आत्मनिर्भर भारत अभियान को ताकत दे सकता है, ये सबकुछ यहां प्रत्यक्ष अनुभव किया जा सकता है।

बनास डेयरी संकुल, Cheese and Whey प्लांट, ये सभी तो डेयरी सेक्टर के विस्तार में अहम हैं ही, बनास डेयरी ने ये भी सिद्ध किया है कि स्थानीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए दूसरे संसाधनों का भी उपयोग किया जा सकता है। आज यहां एक बायो-CNG प्लांट का लोकार्पण किया गया है और 4 गोबर गैस प्लांट्स का शिलान्यास हुआ है। ऐसे अनेक प्लांट्स बनास डेयरी देशभर में लगाने जा रही है।

गोबरधन के माध्यम से एक साथ कई लक्ष्य हासिल हो रहे हैं। एक तो इससे गांवों में स्वच्छता को बल मिल रहा है, दूसरा, इससे पशुपालकों को गोबर का भी पैसा मिल रहा है: तीसरा, गोबर से बायो-CNG और बिजली जैसे उत्पाद तैयार हो रहे हैं।चौथा, इस पूरी प्रक्रिया में जो जैविक खाद मिलती है, उससे किसानों को बहुत मदद मिल रही है।

हर गुजराती को गर्व से भर देता है विकास

गुजरात आज सफलता की जिस ऊंचाई पर है, विकास की जिस ऊंचाई पर है वो हर गुजराती को गर्व से भर देता है। इसका अनुभव मैंने कल गांधीनगर के विद्या समीक्षा केंद्र में किया। गुजरात के बच्चों के भविष्य को, हमारी आने वाली पीढ़ियों को संवारने के लिए विद्या समीक्षा केंद्र एक ताकत बन रहा है। बनास डेयरी ने 600 करोड़ की लागत से दियोदर के अनादर गांव में विविध प्रोडक्ट के प्लांट लगाए हैं। दूध प्रोसेसिंग के साथ मिल्क प्रोडक्ट तथा आलू चिप्स, फ्रेंच फ्राई आलू टिक्की जैसे प्रोडक्ट का भी यहां निर्माण होगा। दूध और आलू का आपस में कोई रिश्ता नहीं है लेकिन बनास डेयरी ने यह योजना शुरू कर किसानों को हाय का अतिरिक्त साधन उपलब्ध करा दिया है।

गुजरात में भले पानी की कमी हो लेकिन दूध की नदियां बहती हैं

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहां है कि दूध के संकलन के साथ सहकारी क्षेत्र में महिलाओं ने अपना एक प्रभुत्व कायम किया है सरदार पटेल साहब के दूरदर्शी विचार के कारण गुजरात में सहकारी संस्थाओं का एक बड़ा नेटवर्क खड़ा हुआ जो आज वट वृक्ष बन गया है। दूध उत्पादन व सहकारिता उभरते भारत की ओर बढ़ता एक कदम है इससे आत्मनिर्भर भारत का सपना पूरा करने में मदद मिलेगी। आलू के विविध प्रोडक्ट तैयार कर उसे विश्व बाजार में पहुंचाने की व्यवस्था भी यहां तैयार की गई है महिला पशुपालकों एवं किसानों के लिए यह एक अमृत काल जैसा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी आर पाटिल ने कहा कि उत्तर गुजरात की बहनों का ऐसा कार्यक्रम ना कभी हुआ ना कभी हो सकता है कि 2 लाख महिलाएं एकत्र होकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर रही है। महिला पशुपालकों ने दूध उत्पादन का रिकॉर्ड कायम कर श्वेत क्रांति की है उत्तर गुजरात में भले पानी की कमी हो लेकिन दूध की नदियां बहती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.