प्रश्नपत्र लीक मामले में परेश धनाणी ने भाजपा पर साधा निशाना
paper leak case. परेश धनाणी ने कहा कि चुनाव आते ही भाजपा की ओर से युवाओं को नौकरी देने के झूठे वादे किए जाते हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में राज्य सरकार की चारों ओर से आलोचना हो रही है। विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनाणी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार पर जमकर हमला बोला। परेश धनाणी ने कहा कि इस प्रकरण की जांच उच्च न्यायालय के जज से करवानी चाहिए और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को नौ लाख युवाओं से मांफी मांगकर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
गांधीनगर में मंगलवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में विपक्ष के नेता ने कहा कि चुनाव आते ही भाजपा की ओर से युवाओं को नौकरी देने के झूठे वादे किए जाते हैं। भाजपा सरकार बेरोजगार युवाओं का केवल राजकीय लाभ ले रही है। भर्ती प्रक्रिया की कार्रवाई अत्यंत निजी होने के बावजूद प्रश्नपत्र कैसे लीक हो गया। इसकी निष्पक्ष जांच की जाए तो भाजपा के बड़े नेताओं के नाम प्रकाश में आएंगे। राज्य में पहले भी प्रश्न पत्र लीक होने से पटवारी की परीक्षा रद हो चुकी है। राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को नौ लाख बेरोजगार युवाओं से माफी मांगकर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
गौरतलब है कि गुजरात में सिपाही भर्ती परीक्षा रविवार को होनी थी। भती बोर्ड अध्यक्ष विकास सहाय ने प्रश्नपत्र लीक होने की जानकारी पर परीक्षा शुरू होने के कुछ घंटे पहली ही उसे स्थगित कर दिया था। 9700 पदों के लिए 2440, केंद्रों पर होने वाली परीक्षा में 8.75 लाख अभ्यर्थी शामिल होने वाले थे। पुलिस ने प्रश्नपत्र लीक करने के मामले में भाजपा के दो नेताओं, एक पुलिस सब इंस्पेक्टर सहित करीब एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि मुख्य आरोपी यशपाल सिंह सोलंकी फरार है।