महिला दिवस पर कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस बल प्रयोग का विरोध, गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी से मांगा इस्तीफा
International Womens Day 2022 अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस बल प्रयोग के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी से इस्तीफे की मांग की। कांग्रेस सेवादल महिला संगठन की ओर से मंगलवार को गांधीनगर सत्याग्रह छावनी में सम्मेलन का आयोजन किया गया था।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राजधानी गांधीनगर में सेवादल कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं पर पुलिस बल प्रयोग के विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन से वाक आउट करते हुए गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी से इस्तीफा मांगा। सत्तापक्ष ने इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने का भरोसा दिया जिसके बाद गतिरोध समाप्त हुआ।
गुजरात में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के विरोध में कांग्रेस सेवादल महिला संगठन की ओर से मंगलवार को गांधीनगर सत्याग्रह छावनी में सम्मेलन का आयोजन किया गया था। सभा के बाद महिला सेवादल नेता प्रगति आहीर की अगुवाई में महिला कार्यकर्ता विधानसभा की ओर कूच करने निकली लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया। यहां दोनों के बीच खींचतान हुई जिसमें पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। कांग्रेस विधायक गेनीबेन ठाकोर ने पुलिस पर महिला प्रदर्शनकारियों के गुप्तांग पर मारने, बाल खींचने का आरोप लगाते हुए सरकार से दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग की। गेनीबेन व पूर्व अध्यक्ष अमित चावड़ा ने गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि राज्य में महिला सुरक्षा में विफल भाजपा सरकार विरोध को दबाने के लिए पुलिस का उपयोग करती है।
इस घटना को लेकर कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा से वाकआउट किया। कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर, नेता विपक्ष सुखराम राठवा भी महिला कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे। जगदीशभाई ने कहा कि गुजरात पुलिस सरकार के इशारे पर कांग्रेस की महिला कार्यकर्ताओं की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। सेवादल राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। उधर कांग्रेस विधायकों की मांग को देखते हुए सरकार ने विधानसभा में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने का भरोसा देकर गतिरोध को समाप्त किया।
उधर गांधीनगर पुलिस अधीक्षक मयूर चावड़ा ने कहा है कि पुलिस ने बिना मंजूरी रैली से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया, नहीं मानने पर कुछ महिला कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। पुलिस की ओर से ऐसा कोई व्यवहार नहीं किया गया जैसे आरोप लगाये गये। दोनों ही ओर से बयानजारी किये गये लेकिन इस घटना को लेकर किसी भी पक्ष ने प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है।