Gujarat: यात्रियों को जनरल डिब्बे में बायोमेट्रिक टोकन पर प्रवेश में अफरातफरी से मिलेगी निजात
Ahmedabad Railway Station. रेल प्रशासन मंडल रेल प्रबंधक दीपक झा के अनुसार बायोमेट्रिक आइडेंटीफिकेशन के कारण यात्रियों की फिंगरप्रिंट उनके चेहरे की पहचान रहेगी।
अहमदाबाद, जेएनएन। ahmedabad railway station. गुजरात के अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से जनरल कोच में यात्रा करने वालों को अब रेलवे ने नई आधुनिक सुविधा उपलब्ध करवाई है। मंडल रेल प्रबंधक ने शुक्रवार को उद्घाटन कर इसकी शुरुआत करवाई। अब यात्रियों को बायोमेट्रिक टोकन लेकर जनरल डिब्बे में बैठना होगा। इससे रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी और झगड़ा-झंझट से छुटकारा मिलेगा ही। साथ ही, कोई बड़ी दुर्घटना होने पर यात्रियों का फोटो व अन्य रिकार्ड भी रेलवे के पास रहेगा। इसे यात्रा की तारीख से दो महीने तक सुरक्षित रखा जाएगा। गुजरात में पहली बार अहमदाबाद से इसकी शुरुआत हुई है।
रेल प्रशासन, मंडल रेल प्रबंधक दीपक झा के अनुसार, बायोमेट्रिक आइडेंटीफिकेशन के कारण यात्रियों की फिंगरप्रिंट उनके चेहरे की पहचान रहेगी। इससे रेलगाड़ी में होने वाले अपराध डिटेक्ट हो सकेंगे। इससे अपराधों की संख्या में बड़े पैमाने पर कमी आएगी तथा यात्रा करने वाले यात्रियों में भी सुरक्षा की भावना का संचार होगा। चोरी की घटनाएं भी रुकेंगी।
जनसंपर्क अधिकारी प्रदीव शर्मा ने बताया कि जनरल कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी से निजात दिलाने के लिए यह प्रयोग शुरू किया गया है। महाराष्ट्र के मुंबई सेंंट्रल एवं बांद्रा टर्मिनस स्टेशन पर बायोमेट्रिक आइडेंटीफिकेशन सिस्टम अमली बनाने के बाद दूसरे चरण में गुजरात में पहली बार अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से इसे अमली बनाया गया हैं।
मशीन में बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट की सुविधा होगी। इससे यात्रियों की पहचान में सुविधा रहेगी। सीसीटीवी कैमरे की सहायता से यात्रियों का चेहरा भी देखा जा सकेगा। इस नई आधुनिक सुविधा के कारण ट्रेन में अपराध, मारपीट, चोरी, लूंट एवं अन्य प्रकार की असुविधा में आरोपित की पहचान करना आसान हो जाएगा। सभी जनरल कोच में गेट पर आरपीएफ का जवान तैनात रहेगा। वह यात्रियों के टोकन के आधार पर प्रवेश देगा। गुजरात में इस सुविधा की शुरुआत होने से अपराध में भारी कमी आएगी। साथ ही, संबंधित रिकार्ड भी सुरक्षित रह सकेगा।