Morbi Bridge Collapse: मोरबी पुल हादसे पर Oreva के मैनेजर का शर्मनाक बयान, बताया 'एक्ट ऑफ गॉड'
Morbi Bridge Collapse मोरबी पुल हादसे के 9 आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया। ओरेवा कंपनी के मैनेजर ने इस हादसे को एक्ट ऑफ गॉड बताया है। आरोपियों में ओरेवा कंपनी के दो मैनेजर भी शामिल हैं। (फोटो एपी)
गांधीनगर, ऑनलाइन डेस्क। मोरबी ब्रिज हादसे (Morbi Bridge Collapse) में बुधवार को 9 आरोपियों को अदालत में पेश किया गया। अदालत ने चार आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेजा, जबकि पांच आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा है। अदालत में पेश होने वाले आरोपियों में ब्रिज की मरम्मत करने वाली कंपनी ओरेवा Oreva के दो मैनेजर भी शामिल थे।
Oreva के मैनेजर ने कहा, 'एक्ट ऑफ गॉड'
उधर, अदालत में पेशी के दौरान ओरेवा के मैनेजर ने शर्मनाक बयान दिया। मैनेजर ने मोरबी हादसे को भगवान की मर्जी करार दिया है। वकील एचएस पांचाल ने बताया कि अदालत में ओरेवा के दो मैनेजर पेश हुए थे। इनमें से एक मैनेजर ने मोरबी हादसे को 'एक्ट ऑफ गॉड' बताया है। पुलिस ने सभी 9 आरोपियों को 31 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। अन्य आरोपियों में दो टिकट क्लर्क, दो ठेकेदार और तीन सुरक्षा गार्ड शामिल हैं।
पुल की केबल पर लगा था जंग- FSL रिपोर्ट
एफएसएल की रिपोर्ट में हादसे को लेकर अहम खुलासा हुआ है। जांच अधिकारी ने कहा कि एफएसएल की रिपोर्ट में पता चला कि पुल का केबल जंग खा रहा था। एफएसएल अधिकारी का कहना है कि यह एक पुरानी केबल थी और पुल का बस फर्श बदला गया। अधिकारी ने कहा कि केबल नहीं बदली गई थी। ना ही पुल की सही मरम्मत की गई। जांच अधिकारी ने कोर्ट में कहा कि पुल के मरम्मत के लिए टेंडर प्रक्रिया नहीं अपनाई गई थी। कॉन्ट्रैक्ट सीधे आवंटित किया गया था। बता दें कि मोरबी ब्रिज हादसे में अब तक 135 लोगों की मौत हो चुकी है।
एजेंसी से मिले इनपुट के आधार पर...
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