Morari Bapu ने माफी मांग ली तो उन पर हमले का प्रयास क्यों? विरोध में बंद रहा भावनगर का महुवा कस्बा
रामकथा वाचक संत मोरारीबापू पर गत दिनों हमले का प्रयास करने की घटना के विरोध में भावनगर का महुवा कस्बा बंद रहा। सूरत सुरेंद्रनगर वीरपुर में भी साधु समाज ने बैठक कर घटना की निंदा
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। रामकथा वाचक संत मोरारीबापू पर गत दिनों हमले का प्रयास करने की घटना के विरोध में भावनगर का महुवा कस्बा बंद रहा। सूरत, सुरेंद्रनगर, वीरपुर में भी साधु समाज ने बैठक कर घटना की निंदा की। शिक्षामंत्री भूपेंद्रसिंह, सांसद भारती शियाल आदि नेता शनिवार को मोरारीबापू से मिलने पहुंचे। मोरारी बापू का भावनगर जिले के महुवा तहसील के तलगाजरडा गांव में आश्रम है। गत दिनों भाजपा नेता पबुभा माणेक ने द्वारिका में उन पर हमले का प्रयास किया था।
शिक्षामंत्री भूपेंद्रसिंह चूडास्मा, सांसद भारती बेन शियाल, लोकगायक कीर्तिदान गढवी व प्रवक्ता भरत पंड्या शनिवार शाम को बापू से मिलने पहुंचे। भाजपा नेताओं ने इस घटना को अशोभनीय बताते ही इसकी कडी निंदा की है। इससे पहले खुद मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने भी एक ट्वीट कर घटना की निंदा करते हुए कहा था कि भारत के प्रखर संत के साथ द्वारिका में हुई घटना की सख्त शब्दों में निंदा करता हूं, बापू ने भगवान द्वारकाधीश के दर्शन कर आहीर समाज की माफी मांग ली है, तब उन पर किया गया हमला निंदनीय व अशोभनीय है।
मोरारी बापू की ओर से एक रामकथा के दौरान भगवान श्रीक्रष्ण के वंशजों व बलराम को लेकर कहीं बातों से कान्हा विचार मंच व आहीर समाज नाराज था। उनकी मांग पर बापू गत गुरुवार को द्वारिका के जगत मंदिर में दर्शन करने व आहीर समाज से माफी मांगने पहुंचे थे। उनकी पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा के पूर्व विधायक पबुभा माणेक ने हमले का प्रयास किया था। इस घटना को लेकर खुद आहीर समाज ने पबुभा के खिलाफ नाराजगी जताई है। समाज के ही पूर्व विधायक मेरामण गोरिया ने कहा कि समाज की शरण में आए संत पर हमले का प्रयास एक निंदनीय क्रत्य है।