देशभर में होगा पीएम एलपीजी पंचायत का आयोजन
पेट्रोलियम मंत्रालय चाहता है कि देश के सभी परिवारों को एलपीजी से लैस किया जाए ताकि ईंधन पर निर्भरता कम हो तथा महिलाओं का स्ववास्थ्य बेहतर हो।
अहमदाबाद, शत्रुघ्न शर्मा। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत वितरित किए गए 3 करोड़ गैस कनेक्शन में से एक करोड़ से अधिक ने एक साल से अधिक समय होने के बावजूद दूसरा सिलेंडर नहीं लिया है। ऐसे परिवारों में एलपीजी का उपयोग बढ़ाने के लिए सरकार देशभर में एक लाख एलपीजी पंचायत का आयोजन करेगी। तेल कंपनियों ने कहा है कि उज्जवला के तहत गैस का उपभोग करने वाले परिवारों को सब्सिडी मिलती रहेगी।
देश के करीब 77 फीसदी लगभग 21 करोड़ परिवार एलपीजी का उपभोग कर रहे हैं, इनमें से शहरों में करीब सौ फीसदी जबकि गांवों में 51 फीसदी परिवार एलपीजी का उपभोग कर रहे हैं। उज्जवला योजना के तहत दिए गए 3 करोड़ कनेक्शन में से 35 फीसदी परिवार, करीब एक करोड़ से अधिक परिवारों ने अभी तक दूसरा गैस सिलिंडर नहीं लिया। पेट्रोलियम मंत्रालय चाहता है कि देश के सभी परिवारों को एलपीजी से लैस किया जाए ताकि ईंधन पर निर्भरता कम हो तथा महिलाओं का स्ववास्थ्य बेहतर हो।
देश में एक करोड़ 5 लाख परिवरों ने गैस सब्सिडी छोड़ दी जिससे सरकार को दो से ढ़ाई हजार करोड रु की बचत हुई है, इस राश में सरकार 8 हजार करोड रु मिलाकर गरीब परिवारों को गैस कनेक्श्न मुहैया करा रही है। सरकार चाहती है कि 2019 तक उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन की संख्या 5 करोड तक पहुंचाया जाए इसलिए पहली बार गैस का उपभोग कर रहे परिवारों में एलपीजी उपभोग के प्रति जागरुकता लाने के लिए देशभर में एक लाख पीएम एलपीजी पंचायत का आयोजन किया जाएगा। केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेन्द्र प्रधान शनिवार को गांधीनगर के मोटा ईसनपुर गांव में एलपीजी पंचायत की शुरुआत करेंगे।
इंडियन ओयल के कार्यकारी निदेशक तेल कंपनियों के स्टेट कॉओर्डिनेटर संजीव जैन ने बताया कि उज्जवला योजना के तहत पहली बार एलपीजी का उपभोग कर रहे परिवारों में इनसे संबंधित जागरुकता, उनकी समस्याओं के समाधान तथा गैस के उपयोग से उनके जीवन में आए बदलाव के बारे में जानकारी ली जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 मई 2016 को वाराणसी में योजना की शुरआत की थी अब तक 3 करोड महिलाओं को एक हजार रु में गैस उपलब्ध करा दिया है। आगामी 2019 तक 5 करोड परिवारों तक गैस कनेक्शन पहुंचाना है। जैन ने बताया कि उज्जवला योजना के तहत दिए जा रहे गैस कनेक्शन पर इन परिवारों को सब्सिडी मिलती रहेगी।
हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के महाप्रबंधक एलपीजी संजय मलहोत्रा ने बताया कि पारंपरिक ईधन का इस्तेमाल करने से महिलाओं व परिवार के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पडता है, समय व पैसे भी अधिक खर्च होते हैं। भारत पेट्रोलियम के एलपीजी हैड विजय तिलक ने बताया कि गुजरात में जागरुकता के लिए करीब 7 हजार एलपीजी पंचायत होंगी। राज्य में उज्जवला के लिए 39 लाख सूचीबद्व किए गए, जिनमें से 31 लाख 35 हजार को योग्य माना, जिनमें से 11 लाख 39 हजार को कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
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