Fishermen Kidnapped: पाक की नापाक हरकत, कहां-कब और कैसे अगवा किए भारतीय मछुआरे
Fishermen Kidnapped गुजरात में समुद्री सीमा से भारतीय मछुआरो का पहले भी कई बार पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसी के जवान अपहरण कर चुके हैं। पाक की जेलों में गुजरात के 519 मछुआरे बंद हैं। ये मछुआरे अंतरराष्ट्रीय जल सीमा से पाक मरीन एजेंसी की ओर से पकड़कर ले जाए गए हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। Fishermen Kidnapped: गुजरात में समुद्री सीमा से भारतीय मछुआरों (Indian Fishermen) का पहले भी कई बार पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के जवान अपहरण कर चुके हैं। पाकिस्तान की जेलों में गुजरात के करीब 519 मछुआरे बंद हैं। ये सभी मछुआरे अंतरराष्ट्रीय जल सीमा से पाकिस्तानी मरीन एजेंसी की ओर से पकड़कर ले जाए गए हैं।
सात मछुआरों का अपहरण, पिटाई भी की
छह अक्टूबर, 2022ः शाम पांच बजे के करीब सात भारतीय मछुआरे जब 'हरसिद्धि' नाव पर सवार होकर जखाऊ तट पर भारतीय जल क्षेत्र में मछली पकड़ रहे थे। उसी दौरान 'पीएमएसए बरकत 1060' नाव पर सवार पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी के 20 से 25 वर्दीधारी जवानों ने भारतीय नाव पर अकारण गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने नाव को नष्ट कर समुद्र में डुबो दिया और मछुआरों का अपहरण कर उन्हें अपनी नाव पर ले गए। वहां मछुआरों को डंडों से बुरी तरह पीटा गया। इससे वे घायल हो गए। पाकिस्तानी नौसैनिकों ने मछुआरों का एक वीडियो भी बनाया और बाद में उन्हें धमकी देकर छोड़ दिया।
आठ बोट और 40 मछुआरे अगवा
सितंबर, 2020ः भारतीय जल सीमा से पाकिस्तानी मरीन एजेंसी ने गुजरात की आठ बोट तथा 40 मछुआरों का अपहरण कर लिया था। मानसून के बाद ये मछुआरे पहली बार बोट लेकर मछली पकड़ने को निकले थे। गुजरात के समुद्रीय किनारे से लगती भारत–पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय जल सीमा से आए दिन गुजरात की बोट व मछुआरों के पकड़े जाने की घटनाएं सामने आती रही हैं।
सौराष्ट्र और पोरबंदर के 60 मछुआरों का अपहरण
मार्च, 2018ः पाकिस्तान मरीन सिक्योरिटी एजेंसी ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा से 60 भारतीय मछुआरों का अपहरण किया था। वे सभी सौराष्ट्र और पोरबंदर के रहने वाले थे। पाकिस्तान ने मछुआरों की 10 बोट को भी जब्त कर लिया था। इससे मछुआरों में आक्रोश फैल गया। सूत्रों के अनुसार, 10 बोट में सवार 60 मछुआरे भारत-पाकिस्तान अतंरराष्ट्रीय जल सीमा के निकट मछली पकड़ रहे थे। इसी दौरान पाकिस्तानी मरीन सिक्योरिटी एजेंसी ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद बंदूक की नोंक पर इन भारतीय मछुआरों को बंधक बनाकर कराची बंदरगाह ले जाया गया था।
मछुआरों का आरोप, पाकिस्तान की तरफ से की जाती है फायरिंग
मछुआरों पर आरोप है कि पाकिस्तान की तरफ से आए दिन भारतीय मछुआरों पर फायरिंग की जाती है। मछुआरों का अपहरण करने के बाद भारत से रिश्ते सुधारने का नाटक कर इन्हें छोड़ भी दिया जाता है। मछुआरों का कहना था कि पाकिस्तान ने करोड़ों रुपये की करीब 900 से अधिक भारतीय बोट जब्त कर ली हैं। सरकार को पहल करते हुए उन्हें छुड़ाना चाहिए।
पाकिस्तानी की जेलों में बंद हैं 519 मछुआरे
पाकिस्तान की जेलों में गुजरात के 519 मछुआरे बंद हैं। ये सभी मछुआरे अंतरराष्ट्रीय जल सीमा से पाकिस्तानी मरीन एजेंसी की ओर से पकड़कर ले जाए गए हैं। गुजरात सरकार 323 परिवारों को 300 रुपये प्रतिदिन के सहायता राशि उपलब्ध करा रही है। गुजरात विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान जीतूभाई चौधरी ने बताया था कि गुजरात के 358 मछुआरों को पाकिस्तानी मरीन एजेंसी अंतरराष्ट्रीय जल सीमा से अपहृत ले गई। वर्ष 2020 में गुजरात के 163 मछुआरों का अपहरण किया गया, जबकि वर्ष 2021 में 159 मछुआरों को पकड़कर पाकिस्तान ले जाया गया। पाक की जेलों में गुजरात के कुल 519 मछुआरे बंद हैं, इनमें से सबसे अधिक मछुआरे कराची के जेल में बंद है।