Gujarat: एडिशनल जज ने आधी रात में महिला पुलिस अधिकारी को मोबाइल पर लिख भेजा, 'आई लव यू'
Additional Judge एडिशनल जज ने आधी रात में महिला पुलिस अधिकारी को मोबाइल पर आईलवयू का मैसेज भेजा। महिला पुलिस अधिकारी ने जज के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। Additional Judge: गुजरात के अमरेली जिले के एक एडिशनल जज ने आधी रात में महिला पुलिस अधिकारी को मोबाइल पर आईलवयू का मैसेज भेजा। इसके बाद महिला पुलिस अधिकारी ने जज के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी है। इससे पहले महिला पुलिस अधिकारी ने जब फोन करके मैसेज के बारे में बात की तो जज ने बताया कि उसकी नौकरानी ने यह मैसेज कर दिया है। अमरेली जिले के राजुला कस्बे में सैशन कोर्ट के एडिशनल जज के मोबाइल से 30 अगस्त को रात्रि करीब ढाई बजे वहां की महिला पुलिस उपनिरीक्षक के मोबाइल पर गुड मॉर्निंग, मिस यू डियर व लव यू टू के मैसेज किए गए। सुबह करीब आठ बजे जब इस महिला पुलिस अधिकारी ने अपने मोबाइल पर ये मैसेज देखे तो उसने उस नंबर पर कॉल बैक किया, जिसे किसी ने रिसीव नहीं किया।
इसके बाद इसी नंबर पर उसने दो-तीन बार कॉल किया तो किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद उक्त महिला अधिकारी ने पुलिस थाने जाकर अपने ऑफिस के फोन से कॉल किया तो सामने वाले व्यक्ति ने बोला कि मैं सैशन कोर्ट एडिशनल जज एसपी भट्ट बोल रहा हूं। जब महिला पुलिस अधिकारी ने मोबाइल पर भेजे गए मैसेज के बारे में पूछा तो उसने कहा कि मेरे यहां काम करने आने वाली महिला ने भूलवश ये मैसेज किए हैं। जज साहब का यह जवाब पीड़िता पुलिस अधिकारी की समझ से बाहर था कि एक नौकरानी किसी महिला पुलिस अधिकारी को ऐसे मैसेज भला क्यों भेजेगी। इस पर उक्त महिला पुलिस अधिकारी ने अमरेली के पुलिस अधीक्षक निर्लिप्त रॉय को लिखित शिकायत देकर जांच की मांग की है।
गौरतलब है कि गुजरात के प्रशासनिक हलके में पिछले साल हड़कंप मचाने वाले आइएएस गौरव दहिया के वकील का आरोप है कि उन्हें बदनाम करने के लिए गुजरात के आला अधिकारियों ने ही एक साजिश के तहत दिल्ली की महिला लीनू सिंह को मोहरा बनाया। फेसबुक के जरिए मित्र बनी लीनू पहले से शादीशुदा है। वह पति के साथ मिलकर दहिया को ब्लैकमेल कर 20 करोड़ रुपये की रकम और दिल्ली में एक फ्लैट की मांग कर रही थी। गुजरात कैडर-2010 के आइएएस गौरव दहिया के खिलाफ जुलाई 2019 में लीनू सिंह ने दिल्ली पुलिस की महिला सेल के समक्ष धोखा देकर विवाह करने व शोषण का आरोप लगाया था।