गुजरात में बिल्डर से बिटकॉइन व नकदी लेने में पुलिस अधीक्षक गिरफ्तार
बिटकॉइन गैरकानूनी तरीके से अपने खाते में ट्रांसफर कराने वाले गुजरात के पुलिस अधीक्षक जगदीश पटेल को सीआइडी ने गिरफ्तार कर लिया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। करोड़ों रुपये के बिटकॉइन गैरकानूनी तरीके से अपने खाते में ट्रांसफर कराने वाले गुजरात के पुलिस अधीक्षक जगदीश पटेल को सीआइडी क्राइम ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया है। सीआइडी ने शनिवार को एसपी को पूछताछ के लिए गांधीनगर बुलाया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ था। रविवार देर रात सीबीडी की टीम अमरेली पहुंचकर सरकारी कार्यालय से ही उसे दबोच लिया।
सीआइडी ने ऐसे किया गिरफ्तार
सूरत के बिल्डर से पुलिस व सीबीआइ के अफसरों ने 12 करोड़ के बिटकॉइन व लाखों की नकदी जबर्दस्ती छीन ली थी। इससे पहले बिल्डर को बंधक बनाकर गांधीनगर व अन्य निजी फार्म हाउस पर रखा गया। गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा को इसकी खबर मिलते ही उन्होंने इसकी जांच सीआईडी क्राइम को सौंप दी थी। सीआइडी क्राइम ने शनिवार को इस मामले में अमरेली के एसपी जगदीश पटेल को पूछताछ के लिए बुलाया गया, लेकिन वो नहीं आए। इसके बाद सीआइडी क्राइम की टीम ने अमरेली पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले पुलिस निरीक्षक अनंत पटेल सहित दस पुलिस कर्मियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
जानें, क्या है मामला
गत माह सूरत के बिल्डर शैलेष भट्ट को सीबीआइ ने एक आपराधिक मामले में पूछताछ के लिए पकड़ा था। शैलेष पिछले काफी समय से राज्य में बिटकॉइन की खरीद फरोख्त से जुड़ा था, जिसके चलते सीबीआई के निरीक्षक सुनील नायर ने उससे 5 करोड़ के बिटकॉइन अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए व 70 लाख से अधिक की नकदी भी छोड़ने के बदले वसूल ली थी। अमरेली के पुलिस उपाधीक्षक जगदीश पटेल व निरीक्षक अनंत पटेल को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने भी शैलैष को गिरफ्तार कर अमरेली ले गई तथा वहां उससे 12 करोड़ के बीटकोइन अपने खाते में जमा करा लिए।
शैलेष का आरोप है कि उसे पुलिस व सीबीआइ के अधिकारियों ने गैरकानूनी तरीके से बंधक बनाकर रखा तथा उसके खाते में जमा बिटकॉइन भी ट्रांसफर करा लिए। शैलेष का आरोप है कि उसे सीबीआई अधिकारी ने सरकारी कार्यालय के बजाए गांधीनगर चिलोडा के पास एक निजी केशव फार्म पर ले जाकर धमकी दी तथा उसके पास से बीटकोइन ट्रांसफर कराए व नकदी भी छीन ली थी। गृह राज्यमंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा को इसकी भनक लगते ही, उन्होंने इस मामले की जांच सीआईडी क्राइम को सौंप दी।