गुजरात के वडोदरा में सांप्रदायिक झड़प, 22 गिरफ्तार; दो वाहनों में मामूली टक्कर के बाद तोड़फोड़
वडोदरा में मामूली सड़क दुर्घटना को लेकर दो गुटों में सांप्रदायिक झड़प हो गई। इस दौरान पथराव के साथ ही धार्मिक स्थल में तोड़ फोड़ की गई। पुलिस ने अब तक 22 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। संवेदनशील क्षेत्रों में राज्य आरक्षी बल की दो कंपनियां तैनात की गई हैं।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात के वडोदरा में मामूली सड़क दुर्घटना को लेकर दो गुटों में सांप्रदायिक झड़प हो गई। इस दौरान पथराव के साथ ही धार्मिक स्थल में तोड़ फोड़ की गई। पुलिस ने अब तक 22 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। संवेदनशील क्षेत्रों में राज्य आरक्षी बल की दो कंपनियां तैनात की गई हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त चिराग कोराडिया ने बताया कि रविवार रात रावपुरा इलाके में दो वाहनों में मामूली टक्कर के बाद हुई कहासुनी ने सांप्रदायिक झड़प का रूप ले लिया। कारेलीबाग व रावपुरा में दो गुटों के बीच टकराव व पथराव की घटनाओं में तीन लोगों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उपद्रवियों ने दो आटो रिक्शा, सड़क किनारे मंदिर की मूर्ति व तीन दोपहिया वाहनों में तोड़फोड़ की। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस आयुक्त शमशेर सिंह पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। संवेदनशील इलाकों में राज्य आरक्षी बल की दो कंपनियां तैनात की गई हैं। नामजद और अज्ञात आरोपितों के एक समूह के खिलाफ करेलीबाग प्राथमिकी में एक धर्म का अपमान करने के इरादे से दंगा, गैरकानूनी सभा, घातक हथियार रखने, पूजा स्थल को अपवित्र करने के लिए विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। कारेलीबाग के सभी 19 आरोपी पकडे़ जा चुके हैं जबकि रावपुरा के 10 आरोपितों में से तीन की धरपकड़ की गई है। पुलिस ने बताया कि इलाके में अब पूरी तरह शांति है। स्थिति नियंत्रण में है।
जानें क्या है मामला
वडोदरा शहर की अमदावादी पोल से टावर के बीच रावपुरा में बीती रात्रि दो वाहनों में टक्कर की बात को लेकर दो समुदायों के बीच झगड़ा हो गया। जोगीदास विट्ठल की ओर में जन्मदिन समारोह मनाने के दौरान दो गुटों में हाथापाई हो गई, जिसके बाद दोनों गुटों की ओर से पथराव किया गया और कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए। पुलिस आयुक्त डा शमशेर सिंह सहित पुलिस के आला अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे तथा उपद्रवियों पर काबू करने का प्रयास किया। इस घटना में तीन लोगों को गंभीर चोटें आई जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद पुलिस ने तनाव ग्रस्त इलाके में पेट्रोलिंग की तथा शांति व्यवस्था कायम की। जन्मदिन समारोह के दौरान दो वाहनों में टक्कर के चलते यह विवाद शुरू हो गया जो सांप्रदायिक तनाव में तब्दील हो गया।
गौरतलब है कि इससे पहले गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रामनवमी पर हिंसा हुई थी। रामनवमी जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई थी। दुकानों और वाहनों पर पथराव कर क्षतिग्रस्त करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे के छपरिया इलाके में जब रामनवमी का जुलूस निकाला गया तो दो समुदायों के लोगों ने एक दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया था। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए शहर के बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया था। इसके अलावा राज्य के आणंद जिले के खंभात कस्बे में भी हिंसा हुई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।