10वीं पास युुवक ने बनाया गोलगप्पे का एटीएम, मशीन में पैसे डालो, पानी पूरी निकालो और खा लो...
एटीएम की तरह ही यह काम करता है स्टार्ट का बटन दबाने के बाद सक्रीन पर आपको रु का विकल्प चुनना होता है तथा साथ ही दस रुपए के सिक्के से लेकर दस से सौ रु की नोट इसमें डाली जा सकती
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। उत्तर गुजरात के एक छोटे से गांव में मोबाइल शॉप करने वाले युवक ने गोलगप्पे (पानीपूरी) की वेन्डिंग मशीन बनाई है। इसमें आप दस रुपए का सिक्का अथवा दस से सौ रुपए तक का नोट डालेंगे तो वह अपने आप गिनकर गोलगप्पे परोस देगी। इसका उपयोग एटीएम जितना ही सरल है और काम भी उसी तरह करती है।
प्रोजेक्ट पूरा करता है कई कॉन्सेप्ट
साबरकांठा की डीसा तहसील के रवियाणा गांव में रहने वाले भरत भाई प्रजापति दसवीं तक पढे लिखे हैं। वे गांव में एक मोबाइल शॉप चलाते हैं, कुछ माह से उनके दिमाग में गोलगप्पे [पानीपूरी] की ऑटोमैटिक मशीन बनाने का विचार चल रहा था। इसके लिए वे कई जगह से अलग अलग साधन व पाटर्स जुटा रहे थे। भरत भाई बताते हैं कि भारत सरकार के मेक इन इंडिया, कोरोना महामारी के दौरान साफ सफाई व सोशल डिस्टेंसिंग व वेस्ट में से बेस्ट कई कॉन्सेप्ट को यह प्रोजेक्ट पूरा करता है।
एटीएम की तरह ही काम करता है
स्टार्ट का बटन दबाने के बाद स्क्रीन पर आपको रुपए का विकल्प चुनना होता है तथा साथ ही दस रुपए के सिक्के से लेकर दस से सौ रुपए की नोट इसमें डाले जा सकते हैं। पैसे डालते ही मशीन उसे स्केन कर उतनी कीमत के गोलगप्पे एक कतार में निकालना शुरु करती है। गोलगप्पे को लेकर जब नल के नीचे उसे ले जाएंगे तो आपके चुने हुए फ्लेवर का मसाला पानी उससे आ जाएगा। इसका उपयोग एटीएम जितना ही सरल है और काम भी उसी तरह करती है। गांव वाले इसे गोलगप्पे का एटीएम भी कहने लगे हैं।