Move to Jagran APP

Gujarat: मेडिकल कॉलेज में रैंगिंग के आरोप में दो डॉक्टर बर्खास्त, पांच छात्र हॉस्टल से निकाले गए

Gujarat जूनियर छात्रों की रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग कमेटी ने दो डॉक्टरों को बर्खास्‍त कर दिया एमबीबीएस थर्ड इयर के पांच छात्रों को हॉस्‍टल से निकाल दिया। स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है दोषी छात्रों को बख्‍शा नहीं जाएगा।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 09:22 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 07:35 AM (IST)
Gujarat: मेडिकल कॉलेज में रैंगिंग के आरोप में दो डॉक्टर बर्खास्त, पांच छात्र हॉस्टल से निकाले गए
मेडिकल कॉलेज में रैंगिंग के आरोप में दो डॉक्टर बर्खास्त, पांच छात्र हॉस्टल से निकाले गए। फाइल फोटो

अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। मेडिकल के जूनियर छात्रों की रैगिंग मामले में एंटी रैगिंग कमेटी ने दो डॉक्टरों को बर्खास्‍त कर दिया, जबकि एमबीबीएस थर्ड इयर के पांच छात्रों को हॉस्‍टल से निकाल दिया है। एमएस विश्‍वविद्यालय वडोदरा से संबद्ध व स्‍वास्‍थ्‍य एवं परिवार कल्याण विभाग संचालित गुजरात मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च सोसायटी के एमबीबीएस थर्ड इयर के छात्रों ने एमबीबीएस सेकेड इयर के करीब 60 छात्रों को गत 17 जुलाई को सुबह चार बजे उठाकर उनसे सौ-सौ उठक बैठक कराकर उनकी रैगिंग की। इसके बाद एक छात्र को उल्‍टी हुई तथा उसकी तबियत खराब हो गई। इसके बाद उसे अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा। जीएमइआरएस की डीन डॉ वर्षा गोडबोले ने बताया कि एंटी रैगिंग कमेटी की सोमवार को बैठक हुई, जिसमें दो डॉक्‍टर को बर्खास्‍त करने तथा एमबीबीएस थर्ड इयर के पांच छात्रों को हॉस्‍टल छोडने को कहा गया है। उधर, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने कहा है कि इस मामले की गंभीरता से जांच कराई जा रही है, दोषी छात्रों को बख्‍शा नहीं जाएगा।

loksabha election banner

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के गश्‍ती दल ने बीएसएफ के छह जवानों को कोरी क्रीक में डूबने से बचाया। यह जवान नियमित अभ्‍यास कर रहे थे, उसी दौरान समुद्री तुफान के कारण उनकी नाव पलट गई थी।

बीएसएफ ने बताया कि रविवार को कोरी क्रीक में छह जवान नियमित अभयास पर थे। इसी दौरान समुद्री तूफान के कारण उनकी नाव पलट गई तथा वे समुद्र में गिर गए। नजदीक में ही गश्‍त कर रही बीएसएफ की टीम वहां पहुंची और उन्हें सुरक्षित निकाला। स्‍पीट बोट से उन्‍हें लक्‍की नाला पर लाया गया तथा बीएसएफ एंबुलेंस से अस्‍पताल भेजा गया। बीएसएफ गुजरात फ्रंटियर महानिरीक्षक जीएस मलिक ने बचाव दल के जवानों के जीवन रक्षक ऑपरेशन की सराहना की और कहा कि उन्‍होंने एक बडा हादसा होने से बचा लिया। मलिक ने इस टीम के कमांडर को दो हजार रुपये तथा अन्‍य पांच सदस्‍यों को एक-एक हजार रुपये के नकद पुरस्‍कार की घोषणा की है।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.