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Coronavirus: गुजरात सरकार ने एक लाख रैपिड एंटीबॉडी किट मंगाने का आर्डर दिया

Coronavirus केंद्र सरकार ने गुजरात को आईसीएमआर द्वारा 24 हजार टेस्टिंग किट दिए हैं। यह किट शुक्रवार को ही अहमदाबाद पहुंचे हैं।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 03:40 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 03:40 PM (IST)
Coronavirus: गुजरात सरकार ने एक लाख रैपिड एंटीबॉडी किट मंगाने का आर्डर दिया
Coronavirus: गुजरात सरकार ने एक लाख रैपिड एंटीबॉडी किट मंगाने का आर्डर दिया

अहमदाबाद, जेएनएन। Coronavirus: गुजरात में कोरोना की महामारी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अहमदाबाद हॉटस्पॉट में कर्फ्यू जारी कर इसकी रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं। गुजरात सरकार ने मामले की गंभीरता देखते हुए एक लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग किट मंगाने के लिए दो अंतरराष्ट्रीय विदेशी कंपनियों को ऑर्डर दे दिया है। केंद्र सरकार ने गुजरात को केवल 24000 किट ही दिए हैं। हालांकि गुजरात ने दो लाख किट देने की मांग की थी। इसकी एक किट की कीमत 699 रुपये और टैक्स निर्धारित किया गया है।

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केंद्र सरकार ने गुजरात को आईसीएमआर द्वारा 24 हजार टेस्टिंग किट दिए हैं। यह किट शुक्रवार को ही अहमदाबाद पहुंचे हैं। हालांकि गुजरात को दो लाख किट की जरूरत होने से इसकी मांग की थी। इससे कोरोना के संसर्ग में आए मरीजों की सात दिनों के बाद भी जांच हो सकेगी। देश में इस किट का अभाव है। अन्य राज्यों को भी इसकी जरूरत होने के कारण गुजरात की दो लाख किट की मांग पूरी नहीं हो सकी है।

इसकी आवश्यकता के मद्देनजर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दो इंटरनेशनल कंपनियों वॉक्स्टर और कोरिया की सेमसन के पास से एक लाख रैपिड एंटी बॉडी टेस्टिंग खरीदने का आर्डर दे दिया गया है। इस किट से परीक्षण में केवल 15 मिनट में ही परिणाम मिल जाता है। इस प्रकार मास में टेस्टिंग सस्ता होने के कारण यह बहुत उपयोगी है। इसे रिवर्स ट्रांस्क्रिप्शन पॉलीमरेस चेन रिएक्शन- आरटी- पीसीआर के रूप में जाना जाता है। राज्य सरकार ने 24 हजार में से 10 हजार किट विविध जिलों में भेज दिए हैं। बाकी 14 हजार किट बीजे मेडिकल कॉलेज तथा गुजरात मेडिकल कॉर्पोरेशन लिमिटेड में रखी गई हैं।

गौरतलब है कि गुजरात की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले अहमदाबाद को रेडजोन में शामिल किया गया है। यहां शनिवार को भी कोरोना पॉजिटिव के 143 मामले पाए गए हैं। इस टेस्ट के जरिए एक साथ सात लोगों का परीक्षण किया जा सकेगा। इस प्रकार 15 मिनट में ही सात का परिणाम जाना जा सकेगा। इस पद्धति से जांच में इम्यूनोग्लोबिन-एम का पता चलने से स्पष्ट हो जाता है कि व्यक्ति कोरोना ग्रस्त है। उसके ब्लड के वायरस का शरीर ने प्रतिकार शुरू कर दिया है। इस निर्देश के मिलते ही मरीज की चिकित्सा शुरू की जाती है। एक बार फिर प्रत्येक मरीज का परीक्षण किया जाता है। इस प्रकार त्वरित परिणाम के लिए गुजरात को दो लाख किट की जरूरत है। केंद्र सरकार द्वारा 24 हजार किट मिलने के बाद सरकार ने दो अंरतराष्ट्रीय कंपनियों को एक लाख किट का आर्डर दिया है। 

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