पांच विधायकों के इस्तीफे पर कांग्रेस-भाजपा के सुर अलग, गुजरात विधानसभा स्थगित करने से मुख्यमंत्री का इनकार
गुजरात में कांग्रेस के पांच विधायकों के इस्तीफे को भाजपा जहां पार्टी का अंधरुनी मामला बता रही हैं वहीं कांग्रेस एक-एक विधायकों को 65-65 करोड़ में खरीदने का आरोप लगा रही है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के पांच विधायकों के इस्तीफे को भाजपा जहां पार्टी का अंधरुनी मामला बता रही हैं वहीं कांग्रेस एक-एक विधायकों को 65-65 करोड़ में खरीदने का आरोप लगा रही है। इसी बीच मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने कोरोना वायरस के संक्रमण के भय से विधानसभा स्थगित करने से साफ मना कर दिया है।
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के भय से 26 मार्च तक विधानसभा स्थगित कर दी गई है। गुजरात में विपक्ष के नेता परेश धानाणी व गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरोना वायरस के कारण विधानसभा सभा स्थगित करने की मांग की थी, लेकिन मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने इससे साफ इनकार कर दिया। कांग्रेस को भय है कि राज्यसभा चुनाव के पहले पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है वहीं अगर विधानसभा चलती रही तो भाजपा उनके और विधायकों से भाजपा आसानी से संपर्क कर सकती है। विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने ऐतिहातिक सभी कदम उठाये हैं, अगर कोरोना वायरस के डर से विधानसभा स्थगित की जाती है तो इससे जनता में गलत संदेश जायेगा। जनता में भय का महौल रहेगा। इसलिए गुजरात विधानसभा की कार्रवाई ऐसे ही जारी रहेगी।
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस में इस्तीफा देने वाले पांच विधायकों को 65-65 करोड़ रुपये में खरीदा गया है। अमित चावड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के निवास स्थान पर इन विधायकों का सौदा किया गया है। भाजपा विधायकों को खरीदने के ले इतने रुपये कहां से लाती है इसका जवाब जनता को देना चाहिए। मुख्यमंत्री खुद कहते हैं कि हम कोई भ्रष्टाचार नहीं करते है तो विधायकों को खरीदने के लिए इतने रुपये कहां से आये है। विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने कहा कि गुजरात में लोकाशाही वस्त्रहरण हुआ है।
कांग्रेस के राज्यसभा प्रत्याशी भी जायेंगे जयपुर
राज्यसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के पांच विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। चार विधायकों ने रविवार को और एक विधायक ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया। जबिक एक विधायक अभी भी लापता है। ऐसे में कांग्रेस ने अपने 36 विधायकों को जयपुर के एक रिसोर्ट में भेज दिया है। अन्य विधायक भी जयपुर जाने की तैयारी कर रहे हैं। कांग्रेस के राज्यसभा के प्रत्याशी शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी के साथ वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढ़वाड़िया भी देर शाम जयपुर जायेंगे। वे यहां विधायकों से बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ायेंगे।
भाजपा के खेमें में खुशी लहर
पांच विधायकों के इस्तीफा देने से कांग्रेस का विधानसभा में संख्याबल घटकर 68 पर पहुंच गया है। एक निर्दलीय विधायक कांग्रेस के समर्थन में है। एक प्रत्याशी को जीतने के लिए 36 मतो की आवश्यकता होगी। हालाकि पांच विधायकों के पद से इस्तीफा देने से कांग्रेस का नंबर गेम बिगड़ गया है। भाजपा के विधानसभा में 103 विधायक हैं। कांग्रेस के विधायकों के इस्तीफें से प्रथम वरीयता क्रम के अतिरिक्त 31 मतों के सहारे अपने तीसरे उम्मीदवार नरहरी अमीन को भी जिता ले जाना चाहती है। कांग्रेस के विधायकों के टूट से भाजपा खेमा खुश है
कांग्रेस के इन पांच विधायकों ने दिया इस्तीफा
कांग्रेस में से इस्तीफा देने वाले विधायकों में प्रवीण मारु, जेवी काकडिया, सोमा गांडा पटेल, मंगल गावित और प्रघुमनसिंह जाड़ेजा शामिल है। जबकि विधायक जीतू चौधरी लापता है। कांग्रेस के नेताओं द्वारा उनका संपर्क किया जा रहा है।