Coronavirus: अहमदाबाद में डॉक्टर, नर्स, विधायक व मनपा के अधिकारी भी कोरोना की चपेट में
Coronavirus. गुजरात के अहमदाबाद में सबसे अधिक कोरोना वायरस के 590 मामले दर्ज हुए हैं।
अहमदाबाद, जेएनएन। Coronavirus. गुजरात में कोरोना वायरस के कारण स्थिति बहुत गंभीर होती जा रही है। डॉक्टर, नर्स, विधायक, पुलिस और मनपा के अधिकारी भी कोरोना वायरस की चपेट में आ रहे हैं। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. गुणवंत राठोर के डॉक्टर पुत्र की भी कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वे एलजी अस्पताल में कार्यरत थे। उनके साथ इस अस्पताल के अन्य तीन डॉक्टर व स्टाफ सहित कुल पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं।
गुजरात में कोरोना वायरस के मामले एक हजार के पार पहुंच गए हैं। अहमदाबाद में सबसे अधिक कोरोना के 590 मामले दर्ज हुए हैं। अहमदाबाद के विधायक इमरान खेड़ावाला, नगर पार्षद बदरुद्दीन शेख, महानगर पालिका के उपायुक्त देवेन भट्ट सहित कई पुलिस कर्मचारियों को भी कोरोना हो गया है। अहमदाबाद के विधायक इमरान खेड़ावाला के बाद उनके पुरे परिवार की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। वहीं, शुक्रवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट के पुत्र की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से सनसनी मच गई है। उनके पुत्र के साथ एलजी अस्पताल में सेवारत अन्य तीन डॉक्टर व दो नर्स का भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके कारण सिविल सुपरिटेंडेंट गुणवंत राठोड़ सेल्फ क्वारंटाइन में चले गए हैं। उनकी जगह सिविल सुपरिटेंडेंट का इंचार्ज डॉक्टर जेपी मोदी को सौंपा गया है। सिविल परिषद में स्थित कोविड-19 का इंचार्ज डॉक्टर गज्जर को सौपां गया है।
सूरत सिविल अस्पताल के डॉक्टर भी संक्रमित
सूरत में भी कोरोना वायरस के मामले बढ़तते जा रहे हैं। यहां सिविल अस्पताल में कोरोना मरीजों के उपचार में कार्यरत डॉक्टर मयुर कलसरिया की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। उनके साथ में आए डॉक्टर व नर्स क्वारंटाइन में चले गए है। सूरत में शुक्रवार को कुल नौ नए मामले सामने आए हैं। सूरत में कोरोना संक्रमितों की संख्या 102 पर पहुंच गई है।
गौरतलब है कि भारत ने गुजरात के सरकारी अस्पताल में धर्म के आधार पर मरीजों के साथ भेदभाव के अमेरिका के अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग के आरोपों को गलत बताया है। अमेरिकी संस्था के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि संस्था के आरोप भ्रामक हैं। भारत में धार्मिक स्वतंत्रता पर गलत बयानी करने के बाद अमेरिकी संस्था अब पेशेवर मेडिकल प्रोटोकाल को लेकर भ्रामक खबरें भी फैलाने लगा है। श्रीवास्तव ने कहा कि गुजरात सरकार ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि उसके सरकारी अस्पताल में धर्म के आधार पर किसी भी मरीज के साथ भेदभाव नहीं किया जा रहा है।