यूपी के डिप्टी सीएम का राहुल को न्योता, कहा-कुंभ में आएं और दादा की कब्र पर मोमबत्ती भी जलाएं
Dinesh Sharma. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को कुंभ मेले में आने का न्योता दिया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात को कुंभ मेले का न्यौता देने आए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आमंत्रित करने के सवाल पर कहा कि राहुल कुंभ मेले में आएं तथा विधिवत रूप से पूजा-अर्चना करने के साथ पुरखों की आत्मा की शांति के लिए दादा फिरोज जहांगीर गांधी की कब्र पर भी मोमबत्ती जलाएं।
गांधीनगर में वीरवार को मुख्यमंत्री कार्यालय के स्वर्णिम संकुल में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उप्र के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी को भी कुंभ आने का न्योता है। वे आएं, यहां पुरोहित कोट के ऊपर पहनी जनेऊ उतारकर विधिवत रूप से पूजा कराते हैं ताकि पूर्वजों की आत्मा को शांति मिल सके। शर्मा ने कहा कि राहुल यहां अपने दत्तात्रेय गोत्र के आधार पर पूजा करें और गोदान भी करें और प्रयागराज में ही स्थित अपने दादा फिरोज जहांगीर खान गांधी की कब्र पर भी मोमबत्ती जलाएं, ताकि उनकी आत्मा को भी शांति मिले।
जब दिनेश शर्मा कुंभ मेले के भव्य आयोजन की बात कर रहे थे तो उनसे यह भी पूछा गया कि सरकार का कोई धर्म नहीं होता फिर सरकार कुंभ मेले में क्यों इतना शरीक हो रही है तो उनका जवाब था कि राज्य की अब तक की सभी सरकारें कुंभ मेले का आयोजन करती आई हैं लेकिन इस बार उनकी सरकार ने भव्य आयोजन किया है। साथ ही, जब उनसे पूछा गया कि क्या अन्य धर्मों के उत्सव के लिए भी इसी तरह मदद करेंगे तो उपमुख्यमंत्री बोले की सरकार के पास हर वर्ग व समुदाय के लोग आते हैं और सरकार मदद करती ही है।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने बताया कि वे स्वयं तथा मंत्रिमंडल के सदस्य बारी-बारी से कुंभ मेले में शिरकत करेंगे। रूपाणी ने कहा कि सरकार अभी वाईब्रेंट गुजरात निवेशक सम्मेलन में व्यस्त है, उसके बाद कुंभ मेले का दौरा शुरू होगा। राज्य में 19 से 22 जनवरी तक वाईब्रेंट महोत्सव होने वाला है।
कुंभ के लिए 4300 करोड़
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ दुनिया का सबसे बड़ा ऐसा सांस्कृतिक उत्सव है, जिसमें करोड़ों लोग बिना बुलाए खुद चले आते हैं। दुनिया इस बात पर अचरज करती है कि छोटे से कार्यक्रम के लिए भी लोगों को बुलाना पड़ता है, लेकिन यहां लोग बिना बुलाए आते हैं। उन्होंने कहा हर छह साल में कुंभ मेला आता है। इसकी व्यवस्था व प्रबंधन के लिए सरकार ने चार हजार 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। यात्रियों की सुविधा के लिए सवा दो सौ किमी सड़कें, सवा तीन सौ करोड़ के फ्लाई ओवर, एक लाख 22 हजार शौचालय व गंगा को निर्मल रखने के लिए त्रिवेणी संगम पर 45 नाले बंद किए हैं।
ट्रेन व हेलीकॉप्टर से भी आ सकते हैं कुंभ
दिनेश शर्मा ने कहा कि कुंभ में आने व जाने के रास्ते अलग अलग रखे गए हैं, ताकि किसी तरह की यातायात अव्यवस्था उत्पन्न न हो। यहां आने वालों के लिए देशभर से स्पेशल ट्रेनों की व्यवस्था की गई है। वाराणसी से क्रूज के जरिए तथा लखनऊ से हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी प्रयागराज आने की व्यवस्था रखी गई है। आगामी 21 से 23 जनवरी तक काशी में प्रवासी भारतीय सम्मेलन होगा, जिसमें कुंभ में आने वाले विदेशी व प्रवासी भारतीयों के अलावा गुजराती एनआरआई भी शामिल होंगे।