कांग्रेस की रणनीति में होगा बदलाव
पार्टी का दावा है कि गुप्त मतदान में पार्टी के पास 49 मत थे। राज्यसभा में उसे इससे अधिक मत मिलेंगे।
अहमदाबाद, शत्रुघन शर्मा। दिग्गज नेता शंकरसिंह वाघेला के विद्रोह व राष्ट्रपति चुनाव में क्रास वोटिंग को कांग्रेस आलाकमान ने गंभीरता से लिया है। प्रदेश अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी को दिल्ली बुलाया गया था। पार्टी अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करेगी।
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा जहां मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल व अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी की अगुवाई में 10 हजार गांवों में नर्मदा यात्रा महोत्सव की तैयारी कर रही है, वहीं वाघेला के पार्टी छोड़ देने के बाद कांग्रेस बड़े रणनीतिक बदलाव की तैयारी में जुटी है। प्रदेश अध्यक्ष सोलंकी, प्रभारी अशोक गहलोत, पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, सिद्धार्थ पटेल व अन्य वरिष्ठ नेताओं की कोर कमेटी को पूरी छूट देकर वाघेला की कमी को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
कांग्रेस आलाकमान वाघेला व क्रास वोटिंग की घटना को लेकर काफी गंभीर है, पार्टी अपने कोर वोटर व स्थानीय कार्यकर्ताओं को विश्वास में लेकर आगे बढऩे का प्रयास करेगी। कांग्रेस क्रास वोट करने वाले विधायकों को राज्यसभा चुनाव तक एक मौका और देगी। कांग्रेस राज्यसभा की एक सीट के लिए जरूरी 46 विधायकों की संख्या को लेकर आश्वस्त है। पार्टी का दावा है कि गुप्त मतदान में पार्टी के पास 49 मत थे। राज्यसभा में उसे इससे अधिक मत मिलेंगे। विधानसभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या 57 है। वाघेला नेता विपक्ष पद से इस्तीफा देने वाले हैं, उनके स्थान पर विधायक शैलेष परमार, परेश धानाणी व अनिल जोशीयारा इस पद के प्रमुख दावेदार हैं।
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