BJP Saffron Cap: गुजरात के सूरत में बन रही है भाजपा की भगवा टोपी, पीएम मोदी के पहनने के बाद बढ़ी डिमांड
BJP Saffron Cap गुजरात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहनने के बाद भगवा टोपी की मांग तेजी से बढ़ी है। गुजरात में भाजपा के हर कार्यक्रम में नेता व कार्यकर्ता यह टोपी लगाने लगे हैं। भाजपा सांसद अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में इसी टोपी में नजर आएंगे।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। गुजरात में गत दिनों रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जो केसरिया टोपी पहनी थी, वह देश के सभी भाजपा सदस्यों को भी भेजी गई है। लक्ष्मीपति साडी ग्रुप यह खास भगवा टोपियां बना रहा है। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल ने ही यह टोपी प्रधानमंत्री को भेजी थी, जिसे पीएम मोदी ने रोड शो में पहना था। गुुजरात भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने खास आर्डर पर यह टोपियां बनवाई थीं, जिन्हें देश के सभी भाजपा सांसदों को भी पहुंचाया गया है। भाजपा सांसद अब सार्वजनिक कार्यक्रमों में इसी टोपी में नजर आएंगे। टोपी में आगे हिंदी में भाजपा व पीछे अंग्रेजी में बीजेपी लिखा है। आगे व पीछे एम्ब्रोईडरी से पार्टी का चुनाव निशान कमल उकेरा गया है।
सूरत लक्ष्मीपति साड़ी ग्रुप के मालिक संजय सरावगी। फोटो जागरण
सूरत लक्ष्मीपति साड़ी ग्रुप देश में पालिस्टर साडी व कुर्ती मेन्युफेक्चरिंग का सबसे बड़ी फैक्ट्री है। इसके मालिक संजय सरावगी के अनुसार, उनके कपड़ा मिल में कारीगर केसरिया टोपी बनाने में जुटे हैं। मांग के अनुसार, इसका व्यवसायिक उत्पादन भी शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री के पहनने के बाद भगवा टोपी की मांग तेजी से बढ़ी है। गुजरात में भाजपा के हर कार्यक्रम में नेता व कार्यकर्ता यह टोपी लगाने लगे हैं। कंपनी से देश के अन्य राज्यों से भी केसरिया टोपी के बारे में पूछताछ की जा रही है। तीन परत वाली इस टोपी को खास मेन मेड फाइबर कपड़े व ओईकेओ वाले अंतरराष्ट्रीय ग्रेड के रसायन से तैयार किया गया है, ताकि पहनने के बाद गर्मी कम लगे व रंग नहीं उतरे। गुजरात भाजपा अध्यक्ष पाटिल ने ही उन्हें यह टोपी बनाने का आइडिया दिया था, उन्हीं के जरिए यह प्रधानमंत्री को भेजी गई थी। भगवा टोपी को मोदी ने अहमदाबाद में अपने रोड शो के दौरान पहना था। गुजरात भाजपा के मीडिया प्रभारी यज्ञेश दवे बताते है कि देश में भाजपा नेता व प्रतिनिधि अब इस टोपी में ही नजर आएंगे। भगवा टोपी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) में पहनी जाती थी, जिसे अब भाजपा ने बतौर पहचान अपनाया है।