दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे आसाराम बापू के पुत्र नारायण साईं को 14 दिन की जमानत
सूरत में दो बहनों से दुष्कर्म मामले में जोधपुर की जेल में सजा काट रहे आसाराम बापू के पुत्र नारायण साईं को 14 दिन की जमानत मिली है। हाइकोर्ट ने नारायण साईं की माता को हृदय की बीमारी के इलाज के लिए 14 दिन की फर्लो बेल मंजूर की है।
अहमदाबाद, जागरण संवाददाता। सूरत की दो बहनों के साथ दुष्कर्म के मामले में जेल में बंद नारायण साईं को माता की बीमारी के कारण 14 दिन के जमानत मिली है। कथावाचक एवं किशोरी से दुष्कर्म के मामले में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम बापू (Asaram Bapu) के पुत्र नारायण साईं (Narayan Sai) दुष्कर्म के मामले में सूरत की लाजपोर जेल में बंद हैं। इससे पहले कई बार नारायण साईं जमानत के लिए गुहार लगा चुका था लेकिन उसके जमानत याचिका मंजूर नहीं हुई थी।
कार से मिले थे सूखे मेवे
गुजरात उच्च न्यायालय ने नारायण साईं की माता को हृदय की बीमारी के इलाज के लिए 14 दिन की फर्लो बेल मंजूर की है। 5000 रुपए के बांड पर उनकी जमानत को स्वीकार किया गया है। सूरत की दो बहनों के अपहरण बंधक बनाने तथा दुष्कर्म के मामले में नारायण साईं को दिसंबर 2013 में गुजरात पुलिस ने हरियाणा दिल्ली सीमा से गिरफ्तार किया था। लंबे समय तक नारायण साईं पुलिस गिरफ्त से भागता रहा था पुलिस ने उसकी कार से भारी मात्रा में सूखे मेवे बरामद किए थे जो उसने फरार रहने के दौरान खाने के लिए कार में ही जमा किए थे।
छिन्न-भिन्न हुआ साम्राज्य
अहमदाबाद सूरत इंदौर राजकोट मुंबई दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में आसाराम वह नारायण साईं के आश्रम चलते थे जहां इनके लाखों अनुयायी एकत्रित होते थे। गुरु पूर्णिमा के दिन आसाराम अपने पुत्र के साथ साबरमती के मोटेरा स्थित आश्रम में गुरु पूर्णिमा पर्व का आयोजन करता था जिसमें देशभर से करीब 5 लाख भक्त आते थे। दुष्कर्म मामले में ही आसाराम बापू की गिरफ्तारी तथा दो बहनों को बंधक बनाकर कई बार दुष्कर्म करने के मामले में नारायण साईं के गिरफ्तार होने के बाद उनका यह साम्राज्य छिन्न-भिन्न हो गया है। मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान सहित कई राज्यों में अवैध कब्जा कर बनाए गए आश्रमों की जमीनों को भी राज्य सरकारों ने खाली करा लिया है। हालांकि देश के विभिन्न शहरों में स्थित इनके आश्रमों में अभी भी हजारों साधक रहते हैं और भजन कीर्तन करते हैं।