विदेशियों की नजर से झुग्गियों को बचाने के लिए हो रही भागदौड़
मेयर ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन हॉकरों को हटाया जा रहा है, विश्वकप के बाद उन्हें फिर से वहां बैठने नहीं दिया जाएगा।
कोलकाता, जेएनएन। फीफा अंडर-17 विश्वकप के लिए कोलकाता की झुग्गी-झोपड़ियों को छुपाया जा रहा है। ईस्टर्न मेट्रोपोलिटन बाइपास से सटे दत्ताबाद की बस्तियों पर विश्वकप के मैच देखने कोलकाता पहुंचे विदेशियों की नजर न पड़े, इसके लिए कादापाड़ा से बंगाल केमिकल तक बाइपास के किनारे बड़े-बड़े बैनर-होर्डिंग्स लगा दिए गए हैं। वीआइपी रोड के किनारे स्थित बस्ती एवं पोचा खाल को भी बैनर-होर्डिंग्स से ढक दिया गया है।
सरकारी अधिकारियों का कहना है कि जिन देशों में भी ओलंपिक अथवा विश्वकप जैसे बड़े आयोजन होते हैं, वे अपनी मलिन बस्तियों को वहां आने वाले विदेशी मेहमानों की नजर में आने से बचाने के लिए ऐसा कदम उठाते हैं। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। इसी तरह विधाननगर नगर निगम के व्यस्त इलाकों से विश्वकप के मद्देनजर हाकरों को भी हटाया जा रहा है। तृणमूल पार्षद निर्मल मंडल इस पहल से खुश नहीं हैं।
उन्होंने कहा, 'दत्ताबाद इलाके में रोजाना दो बार सफाई होती है। यहां कहीं भी गंदगी नहीं है। नगर निगम के अधिकारी मुझे सूचित किए बिना ही ये सब कर रहे हैं। इसके बाद कोई गड़बड़ी होने पर मुझे ही जिम्मेदारी लेनी पड़ जाएगी।'
दूसरी तरफ विधाननगर के मेयर सब्यसाची दत्ता ने कहा, 'फिलहाल बाइपास एवं वीआइपी रोड के किनारे कुछ इलाकों में इस तरह की संरचना का निर्माण किया जा रहा है। उसके बाद उनपर राज्य के सूचना एवं संस्कृति विभाग की ओर से फ्लैक्स एवं होर्डिंग्स लगाने का काम शुरू किया जाएगा। ये सौंदर्यीकरण कार्य के तहत किया जा रहा है।' मेयर ने यह भी स्पष्ट किया कि जिन हॉकरों को हटाया जा रहा है, विश्वकप के बाद उन्हें फिर से वहां बैठने नहीं दिया जाएगा।