फीफा विश्व कप 2018: मेजबान रूस को उरुग्वे ने 3-0 से हराया
उरुग्वे ने रूस को 3-0 से हरा दिया।
नई दिल्ली, अनादि बरुआ। अपने शुरुआती दो मुकाबलों में दमदार प्रदर्शन करने वाली मेजबान रूस के फुटबॉल जोश को उरुग्वे की टीम ने ठंडा कर दिया। फीफा विश्व कप ग्रुप-ए के मुकाबले में दोनों टीमें आमने-सामने हुईं और लुइस सुआरेज (10वें मिनट) और एडिनसन कवानी (90वें मिनट) के गोलों की मदद से उरुग्वे ने रूस को आखिरी ग्रुप मैच में 3-0 से हरा दिया। हालांकि, उरुग्वे के लिए एक और गोल रूसी खिलाड़ी डेनिस चेरीशेव (23वें मिनट) ने आत्मघाती गोल के जरिये किया। दोनों टीमें पहले ही नॉकआउट में पहुंच चुकी हैं और ऐसे में यह मुकाबला दोनों के लिए अगले दौर के लिए अच्छा अभ्यास मैच रहा।
रूसी टीम ने किया निराश : उरुग्वे की टीम इस मैच में चढ़कर खेली तो रूस को पता चल गया कि उसकी नॉकआउट की राह आसान नहीं होगी। रूसी टीम ने मैच में निराश किया और पिछले अपने मुकाबलों जिस तरह डिफेंस को मजबूत करते हुए आक्रामक शैली में खेली वो उरुग्वे के खिलाफ देखने को नहीं मिला। उरुग्वे मैच में ज्यादातर गोल के मौके बनाती रही और उनको गोल में बदलने में भी सफल हुई। हालांकि, रूस के गोलकीपर इगोर अकीनफीव भी तारीफ के काबिल हैं जो मैच में चार गोल बचाने में सफल रहे। उरुग्वे ने अपने पिछले दोनों मैच जीते हैं जिसमें उसने मिस्र को 1-0 और सऊदी अरब को भी इतने ही अंतर से हराया। वहीं, रूस ने सऊदी अरब को 5-0 से शिकस्त देकर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की फिर मिस्र को 3-1 से मात दी।
सुआरेज ने खोला खाता : मैच के नौवें मिनट में डी के बाहर रूसी टीम ने एक फाउल किया, जिससे उरुग्वे को फ्री किक मिल गई। इसके एक मिनट बाद ही उरुग्वे के महत्वपूर्ण स्ट्राइकर सुआरेज ने इस मौके को हाथ से जाने नहीं दिया और इसे गोल में बदलने सफल रहे। सुआरेज ने चालाकी से फ्री किक मारी और दीवार की तरह रूस के सात खिलाड़ी खड़े थे, लेकिन उन्होंने जमीनी शॉट मारकर गेंद को गोल पोस्ट में पहुंचा दिया। गेंद इतनी तेज गई कि गोलकीपर दायीं ओर गिरकर भी उसे रोक नहीं पाए। 12वें मिनट में रूस के चेरीशेव ने एक शानदार शॉट मारा, लेकिन वह दुभाग्र्यपूर्ण रहे कि उनके शॉट को उरुग्वे के गोलकीपर ने अच्छा बचाव किया।
चेरीशेव से उरुग्वे को फायदा : हालांकि, 23वें मिनट में चेरीशेव की ना चाही गलती के कारण उरुग्वे बढ़त लेने में कामयाब हो गया। उरुग्वे के डिएगो लाक्सलत ने डी के बाहर से शॉट मारा, लेकिन गेंद चेरीशेव के पैर से लगकर गोल पोस्ट में जा घुसी और इस तरह चेरीशव ने ना चाहते हुए आत्मघाती गोल कर दिया। हालांकि, रूस की मुसीबतें यहां कम नहीं हुई और 36वें मिनट में टीम को 10 खिलाडिय़ों से मैच खेलना पड़ा। रूसी खिलाड़ी इगोर स्मोल्निकोव ने लाक्सलत के साथ थक्का-मुक्की की जिसके बाद उन्हें यलो कार्ड मिला और पहले मिले एक यलो कार्ड के साथ उन्हें रेड कार्ड मिल गया और वह मैदान से बाहर हो गए। फिर रूसी कोच ने अपने स्टार खिलाड़ी चेरीशेव को बाहर बुला लिया ताकि वह मैदान पर कोई गलती न कर बैठे और नॉकआउट के लिए उन्होंने चेरीशेव को बचाकर रखा। पहला हाफ उरुग्वे के नाम रहा।
कवानी भी कम नहीं : दूसरे हाफ में ज्यादातर मैच मिडफील्ड में होता गया और ज्यादा मूव नहीं बने। लेकिन अंतिम समय में 90वें मिनट में उरुग्वे ने एक बार फिर गोल ठोक दिया। कॉर्नर किक से मिली गेंद को उरुग्वे के खिलाड़ी ने हेड मारा, लेकिन गोलकीपर ने इसे बचा लिया फिर कवानी ने गेंद को सही दिशा दिखाते हुए उसे जाली में अटकाकर टीम की जीत का अंतर बढ़ा दिया।
नंबर गेम :
- 27 वर्षीय डेनिस चेरीशेव ने 2018 विश्व कप में उरुग्वे के खिलाफ मैच में आत्मघाती गोल कर दिया। इसके साथ इस सत्र में छह आत्मघाती गोल हो चुके हैं जबकि 1998 के सत्र में इतने ही आत्मघाती गोल हुए थे
- 07 गोल विश्व कप में करने के साथ उरुग्वे के लुइस सुआरेज ने अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए सर्वाधिक गोल करने के मामले में डिएगो फोर्लन (07 गोल) के रिकॉर्ड की बराबरी की। अब उनसे आगे ओस्कर मिगेज (08 गोल) हैं
- 06 मैचों से उरुग्वे की टीम ने सभी टूर्नामेंटों में खेलते हुए एक भी गोल नहीं खाया है
- 06 खिलाड़ी रूस के डेनिस चेरीशेव बने विश्व कप में गोल और आत्मघाती गोल करने के मामले में
- 03 टीम बनी रूस की विश्व कप के एक मैच में आत्मघाती गोल और रेड कार्ड पाने वाली। उससे पहले इटली (2006) और होंडुरस (2014) क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर है
विश्व कप में गोल और आत्मघाती गोल करने वाले खिलाड़ी
वर्ष, खिलाड़ी, टीम
2018, डेनिस चेरीशेव, रूस
1998, सिनिसा मिहाजलेविच, युगोस्लाविया
1978, अर्नी ब्रांडटिस, नीदरलैंड्स
1974, रुड क्रोल, नीदरलैंड्स
1970, गुस्तावो पेना, मेक्सिको
1930, मैनुएल रोसेस, मेक्सिको