FIFA World Cup 2018: फ्रांस के युवा सितारों ने की शानदार शुरुआत
पहले हाफ में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के पास एक-एक गोल करने का मौका मिला लेकिन दोनों ही इसका फायदा नहीं उठा पाए।
कजान, रायटर। युवा सितारों से खिताब की उम्मीद बांधे खेल रही फ्रांस की टीम ने शनिवार को विश्वकप के ग्रुप ‘सी’ के मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर टूर्नामेंट में शानदार शुरुआत की। हालांकि फ्रांसीसी टीम के महत्वपूर्ण स्ट्राइकर एंटोनी ग्रीजमैन के लिए यह विश्व कप यादगार बन गया क्योंकि वह वीडियो सहायक रेफरी सिस्टम (वार) के माध्यम से पेनाल्टी पाने वाले पहले खिलाड़ी बन गए। फ्रांस के लिए ग्रीजमैन और पोल पोग्बा ने एक-एक दागे जबकि कंगारुओं के लिए जॉन जेदीनाक ने एकमात्र किया।
पहले हाफ में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के पास एक-एक गोल करने का मौका मिला लेकिन दोनों ही इसका फायदा नहीं उठा पाए। दूसरे मिनट में फ्रांसीसी खिलाड़ी कैलियन एमबापे के पास बॉक्स के अंदर से गोल करने के मौका था लेकिन वह गेंद को तेजी से हिट नहीं कर सके और कंगारू टीम के कीपर मैथ्यू रियान ने इसका अच्छा बचाव किया। इसके बाद 18वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को फ्री किक मिली लेकिन ट्रेंट सैंसबुरी इसे में बदल नहीं पाए।
वार के जरिये गोल
दूसरे हाफ में फ्रांस की टीम ने आक्रामक रणनीति अपनाई। विश्व कप में पहली बार शामिल किए वार सिस्टम का फायदा फ्रांसीसी टीम को मिला। फीफा विश्व कप में ग्रुप सी के मुकाबले में पहली बार इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया। वार के माध्यम से ग्रीजमैन को पेनाल्टी मिली और उन्होंने 58वें मिनट में इसका फायदा उठाते हुए उसे गोल में बदल दिया।
इसके बाद 61वें मिनट में फ्रांसीसी टीम के सैमुएल उंतिति की गलती का फायदा ऑस्ट्रेलिया को मिला। उंतिति के हाथ से गेंद टकरा गई जिससे को पेनाल्टी मिल गई। जॉन जेदीनाक ने 62वें मिनट में इसे में बदलकर अपनी टीम की वापसी कराई। 1986 में डिएगो मेराडोना ने इटली के खिलाफ हाथ से गोल किया था लेकिन वह रेफरी की नजर से छुप गया था। उसे हैंड ऑफ गॉड का नाम दिया गया। फ्रांस की टीम को ऑस्ट्रेलिया के मजबूत डिफेंस को तोड़ना मुश्किल लग रहा था लेकिन पोल पोग्बा ने 81वें मिनट में दागकर को जीत दिलाई।
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