Move to Jagran APP

FIFA 2018: फ्रांस ने क्वार्टर फाइनल में उरुग्वे को 2-0 से हराकर सेमीफाइनल में बनाई जगह

क्वार्टर फाइनल मुकाबले में इस वक्त फ्रांस और उरुग्वे की टीम एक-दूसरे के आमने-सामने हैं

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 06 Jul 2018 07:11 PM (IST)Updated: Sat, 07 Jul 2018 10:40 AM (IST)
FIFA 2018: फ्रांस ने क्वार्टर फाइनल में उरुग्वे को 2-0 से हराकर सेमीफाइनल में बनाई जगह

नई दिल्ली, अनादि बरुआ। निजनी नोवगोरोड में दुनिया ने एडिंसन कवानी की कमी को खलते और फ्रांस द्वारा उरुग्वे की डिफेंस में सेंध लगाते देखा। फीफा विश्व कप के पहले क्वार्टर फाइनल में 1998 की चैंपियन फ्रांस ने दो बार की विश्व विजेता चैंपियन उरुग्वे को 2-0 से हराकर पहली टीम के तौर पर सेमीफाइनल में जगह बनाई। अपनी मजबूत डिफेंस के लिए मशहूर उरुग्वे के खिलाफ फ्रांस के राफेल वारेन ने जहां पहले हाफ में गोल किया तो वहीं दूसरे हाफ में उरुग्वे के गोलकीपर मुस्लेरा की गलती की वजह से फ्रांस को दोहरी बढ़त हासिल हुई। चोट की वजह से उरुग्वे के स्टार स्ट्राइकर कवानी इस मुकाबले में खेलने नहीं उतरे। मौजूदा विश्व कप में उरुग्वे ने अब तक सेट पीसेस के जरिये गोल किए थे लेकिन यहां ना तो कप्तान डिएगो गोविन का डिफेंस और ना ही लुइस सुआरेज का आक्रमण काम आ सका।

loksabha election banner

वराने का वार : पहले हाफ में दोनों टीमों ने एक जैसा मिडफील्ड खेल दिखाया। पहला गोल देखने के लिए 40 मिनट का इंतजार करना पड़ा। फ्रांस के टोलिसो को रोकने के प्रयास में उरुग्वे के बेंताकुर को यलो कार्ड दिखाया गया जिसके बाद फ्रांस को फ्री किक मिली। एंटोनी ग्र्रीजमैन की फ्री किक उरुग्वे के स्टुअनी की ओर जा रही थी कि फ्रांस के वराने उनके और गेंद के बीच आ गए। वरानी ने आगे आते हुए हेडर के जरिये गेंद को उरुग्वे के गोलकीपर मुस्लेरा की दायीं ओर से नेट्स में पहुंचाया। वराने काफी दूर खड़े थे लेकिन उन्होंने गेंद की गति और स्थिति का बहुत तेजी से अंदाजा लगाया और दौड़ते हुए हेडर के जरिये फ्रांस को 1-0 से आगे कर दिया। हाफ टाइम से ठीक पहले उरुग्वे को स्कोर बराबर करने का मौका मिला लेकिन फ्रांस के गोलकीपर ने एक बेहतरीन बचाव के जरिये इस मौके बेकार किया। 

मुस्लेरा की गलती : इस मुकाबले से पहले जब भी विश्व कप में फ्रांस ने किसी भी मुकाबले में हाफ टाइम से पहले बढ़त ली थी तो उसे कभी हार नहीं मिली थी। कुछ ऐसा ही इस मुकाबले में देखने को मिला। एक गोल से पिछड़ रही उरुग्वे की टीम को 61वें मिनट में बड़ा आघात लगा। बॉक्स के किनारे से ग्र्रीजमैन ने खाली जगह का फायदा उठाते हुए गेंद को गोल पोस्ट की ओर लांग रेंज शॉट मारा। गेंद सीधे मुस्लेरा के हाथों में गई लेकिन यहां उरुग्वे के गोलकीपर से भारी गलती हो गई। वह गेंद को ना तो बाहर की ओर धकेल पाए और ना ही सफाई के साथ उसे अपने हाथों में ले पाए। गेंद उनके हाथों से लगकर पीछे निकल गई और फ्रांस 2-0 से आगे हो गया। दो गोल खाने के बाद उरुग्वे की स्थिति खराब होने लगी और उसके खिलाड़ी आक्रामक रुख अख्तियार करने लगे। 69वें मिनट में फ्रांसीसी स्ट्राइकर एमबापे को उरुग्वे के रॉड्रिग्ज ने गिराया। इसके बावजूद उरुग्वे के खिलाड़ी फ्रांस के इस युवा खिलाड़ी पर ही भड़कने लेगे। नतीजा यह हुआ कि दोनों टीमों के खिलाड़ी आपस में भिड़ते नजर आए जिसके बाद रेफरी को रॉड्रिग्ज के साथ एमबापे को भी यलो कार्ड दिखाना पड़ा। अंत में उरुग्वे ने तमाम कोशिशें की लेकिन जीत फ्रांस को मिली और ग्र्रीजमैन के नाम एक और रिकॉर्ड जुड़ गया। यह 21वां मुकाबला था जहां ग्र्रीजमैन ने फ्रांस के लिए स्कोर किया और उनकी टीम नहीं हारी। इस दौरान उनकी टीम ने 19 मैचों में जीत हासिल की और दो मुकाबले ड्रॉ रहे।

फीफा विश्व कप की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

खेल की खबरों के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.