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फुटबॉल डायरी: मेराडोना ने कहा- अर्जेटीना फुटबॉल संघ का हो पुनर्गठन

मेराडोना का मानना है कि अर्जेटीना फुटबॉल संघ में पुनर्गठन की जरूरत है ताकि फिर से राष्ट्रीय टीम कामयाब हो सके।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 24 Jul 2018 08:16 PM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 08:33 AM (IST)
फुटबॉल डायरी: मेराडोना ने कहा- अर्जेटीना फुटबॉल संघ का हो पुनर्गठन
फुटबॉल डायरी: मेराडोना ने कहा- अर्जेटीना फुटबॉल संघ का हो पुनर्गठन

ब्यूनस आयर्स। महान फुटबॉलर डिएगो मेराडोना का मानना है कि अर्जेटीना फुटबॉल संघ (एएफए) में पुनर्गठन की जरूरत है ताकि फिर से राष्ट्रीय टीम कामयाब हो सके। 2018 विश्व कप से अर्जेटीना की टीम प्री-क्वार्टर फाइनल में फ्रांस के हाथों 3-4 से हारकर बाहर हो गई थी। मेराडोना ने कहा कि मजबूत इमारत पर घर बनना चाहिए और आज फुटबॉल की जननी (अर्जेटीना) खतरे में है। 57 वर्षीय इस महान खिलाड़ी ने एएफए के निदेशकों और अधिकारियों पर भी सवाल उठाए। फिर से अर्जेटीना के कोच बनाए जाने के सवाल पर मेराडोना ने कहा कि नहीं, मैं नहीं बनाना चाहता। मैं कोच की बात नहीं कर रहा हूं। मैं निदेशकों की नियुक्तियों के बारे में बात कर रहा हूं जिन्हें सब पता होता है। अर्जेटीना की टीम जॉर्ज सांपोली के हटाए जाने के बाद नए कोच की तलाश कर रही है।

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साने ने गॉर्डियोला को दिया धन्यवाद

न्यूयार्क : जर्मन स्टार लेरॉय साने ने अपने क्लब मैनचेस्टर सिटी के मैनेजर पेप गॉर्डियोला को विश्व कप से पहले जर्मन टीम से बाहर किए जाने के बाद लगे आघात से उबरने में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया है।

पिछले सत्र में सिटी को प्रीमियर लीग का खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले साने को रूस विश्व कप की जर्मन टीम से उसके कोच जोकिम लो ने शामिल नहीं किया था जिसके बाद उन्हें काफी तकलीफ पहुंची थी। साने ने कहा कि उस घटना के बाद पेप ने मेरे से बात की थी। हमने हर चीज के बारे में बात की। तब मैं काफी निराश था लेकिन उसके बाद अब मैं आगे की तरफ देख रहा हूं। मैं अगले सत्र से पहले खुद को तैयार करने पर ध्यान दे रहा हूं। इससे मुझे आत्मबल मिलता है। विश्व कप में खेलना एक सपना होता है और मेरे पास अभी समय है।

विश्व कप में जर्मनी की टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई थी। साने ने जर्मनी के लिए विश्व कप अभियान के दौरान 10 गोल किए थे और 15 बार गोल करने में भूमिका निभाई थी जिसके बाद उन्हें फुटबॉल संघ के साल का सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी चुना गया था। बावजूद इसके उन्हें जर्मनी की राष्ट्रीय टीम में लो ने शामिल नहीं किया जिसकी काफी आलोचना हुई थी।

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